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Thursday, November 13, 2025
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साफ तौर पर आतंकी हमला… जांच में भारत को अमेरिका की जरूरत नहीं, दिल्ली धमाके पर क्या बोले अमेरिकी विदेश मंत्री? दिल्ली विस्फोट पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से एक आतंकवादी हमला है, भारत जांच में अच्छा कर रहा है


दिल्ली ब्लास्ट पर यूएस मार्को रुबियो: दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके ने पूरी दुनिया में चिंता पैदा कर दी है. सभी प्रमुख देशों की ओर से भारत के प्रति संवेदना व्यक्त की गई है। हर कोई भारत के साथ खड़ा नजर आया. भारत इस हमले की जांच में जुटा हुआ है. इस पर अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सोमवार शाम दिल्ली में जो धमाका हुआ, उसे साफ तौर पर आतंकी हमला करार दिया गया. उन्होंने इस मामले की जांच में भारत की व्यावसायिकता की सराहना की. उन्होंने यह भी कहा कि भारत को अमेरिका की मदद की जरूरत नहीं है.

रुबियो ने यह टिप्पणी तब की जब एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि भारत सरकार द्वारा दिल्ली विस्फोटों को “आतंकवादी घटना” घोषित करने पर उनकी क्या प्रतिक्रिया है। उन्होंने कहा, “भारतीयों की सराहना की जानी चाहिए। वे इस जांच को पूरी सावधानी, सावधानी और व्यावसायिकता के साथ कर रहे हैं। जांच जारी है। यह स्पष्ट रूप से एक आतंकवादी हमला था। यह अत्यधिक विस्फोटक सामग्री से भरी एक कार थी, जिसमें विस्फोट हो गया और कई लोग मारे गए।” रुबियो ने आगे कहा, “मेरा मानना ​​है कि वे बहुत अच्छे से जांच कर रहे हैं और जब उनके पास सारे तथ्य होंगे तो वे उन्हें सार्वजनिक करेंगे।”

भारत इस जांच को खुद संभालने में सक्षम है

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस विस्फोट के संबंध में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात हुई है. रुबियो ने कहा कि अमेरिका ने जांच में मदद की पेशकश की थी, लेकिन भारत अपने दम पर ऐसी जांच से निपटने में पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने कहा, “हम इस विस्फोट के संभावित प्रभाव से अवगत हैं, और हमने आज इस बारे में कुछ चर्चा की है कि इसका व्यापक प्रभाव कैसे हो सकता है। हम यह देखने के लिए इंतजार कर रहे हैं कि जांच से क्या पता चलता है। हमने मदद की पेशकश की है, लेकिन मेरा मानना ​​​​है कि भारत इन जांचों में बेहद सक्षम है। उन्हें हमारी मदद की ज़रूरत नहीं है और वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।”

विदेश मंत्री जयशंकर ने जताया आभार

विदेश मंत्री जयशंकर और रुबियो की यह मुलाकात कनाडा के नियाग्रा में जी-7 विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान हुई. इस दौरान रुबियो ने दिल्ली धमाकों में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की. दोनों नेताओं के बीच चर्चा में भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों और वैश्विक विकास पर भी चर्चा हुई। डॉ. जयशंकर ने मार्को रूबियो से मुलाकात के बाद एक्स पर लिखा, उनसे मिलकर अच्छा लगा। दिल्ली विस्फोट में जान-माल के नुकसान पर आपकी संवेदना के लिए धन्यवाद। हमारे द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा व्यापार और आपूर्ति श्रृंखलाओं पर केंद्रित रही। यूक्रेन संघर्ष, मध्य पूर्व/पश्चिम एशिया और भारत-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया।

अमेरिकी राजदूत ने भी जताया शोक

भारत में अमेरिकी दूतावास ने भी इस हादसे पर शोक जताया है. नवनियुक्त राजदूत सर्जियो गोर ने एक्स पर पोस्ट किया कि हमारी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने दिल्ली में इस भयानक विस्फोट में अपने प्रियजनों को खो दिया। हम इस विस्फोट में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।

सफेदपोश आतंकी नेटवर्क से जुड़े हैं धमाके के तार!

दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट की प्रारंभिक जांच में ‘सफेदपोश आतंकी नेटवर्क’ से जुड़े सुराग मिले हैं। जांच एजेंसियों ने पाया है कि इस हमले का संबंध पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से है। सूत्रों के मुताबिक यह नेटवर्क कथित तौर पर कुछ डॉक्टरों और मौलवियों की मदद से संचालित किया जाता था. 19 अक्टूबर और 10 नवंबर 2025 के बीच समन्वित कार्रवाई में इसे ध्वस्त कर दिया गया। इन अभियानों में 2,921 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री बरामद की गई और कई गिरफ्तारियां की गईं।

कैबिनेट ने जताया दुख, जांच तेज करने के निर्देश

इस आतंकी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है. हमले के बाद राजधानी समेत पूरा देश हाई अलर्ट पर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में दिल्ली में लाल किले के पास सोमवार शाम हुए कार विस्फोट में मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की गई. कैबिनेट ने इस आतंकवादी घटना की जांच को पूरी तत्परता और व्यावसायिकता के साथ आगे बढ़ाने का निर्देश दिया, ताकि दोषियों, उनके सहयोगियों और साजिशकर्ताओं को शीघ्र न्याय के दायरे में लाया जा सके।

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