ट्रम्प ने चीन से बड़ी मात्रा में अमेरिकी सोयाबीन खरीदने की घोषणा की: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि चीन तुरंत अमेरिकी सोयाबीन और अन्य कृषि उत्पादों की “बहुत बड़ी और पर्याप्त मात्रा” खरीदने पर सहमत हो गया है। ट्रंप ने यह घोषणा दक्षिण कोरिया के बुसान में आयोजित APEC शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हुई बैठक के बाद की. यह बयान ऐसे समय आया है जब पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते ठंडे पड़ गए थे.
ट्रम्प ने चीन से बड़ी मात्रा में अमेरिकी सोयाबीन खरीदने की घोषणा की: एयर फ़ोर्स वन से ‘अच्छी ख़बर’
वाशिंगटन लौटते समय एयर फ़ोर्स वन पर पत्रकारों से बात करते हुए ट्रम्प ने कहा कि चीन ने सोयाबीन और अन्य उत्पादों की खरीद तुरंत शुरू करने का वादा किया है। ट्रंप ने कहा कि हम कई चीजों पर सहमत हुए हैं. सोयाबीन और अन्य कृषि उत्पादों की बड़ी मात्रा में खरीदारी की जाएगी. राष्ट्रपति शी ने कल ही इसके लिए मंजूरी दे दी थी. यह बहुत अच्छा कदम है और उन्होंने इस फैसले को ”बहुत अच्छा संकेत” बताया और कहा कि शी जिनपिंग ने जो भरोसा दिखाया है वह सराहनीय है.
चीन ने पहले क्यों रोक दी खरीद?
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने मई महीने में अमेरिका से सोयाबीन खरीदना बंद कर दिया था. वजह थी ट्रंप सरकार द्वारा लगाया गया टैरिफ. इस कदम से अमेरिकी किसानों को भारी नुकसान हुआ। अरबों डॉलर मूल्य का सोयाबीन गोदामों में पड़ा रह गया और कई किसानों ने सवाल उठाया कि जिस राष्ट्रपति के लिए उन्होंने वोट दिया था, उसकी नीतियों से अब उन्हें नुकसान क्यों हो रहा है। सरकार ने किसानों के लिए राहत पैकेज (बेलआउट) की योजना बनाई थी, लेकिन सरकारी बंदी के कारण वह भी अटक गया.
समझौते की रूपरेखा ट्रंप-शी की मुलाकात से पहले बनी थी
ट्रंप और शी जिनपिंग की मुलाकात से पहले अमेरिकी वित्त सचिव बेसेंट ने एक फ्रेमवर्क समझौते की घोषणा की थी. उम्मीद थी कि चीन फिर से अमेरिकी सोयाबीन की खरीद शुरू कर सकता है. दिलचस्प बात यह है कि बेसेंट के पास नॉर्थ डकोटा में लगभग 25 मिलियन डॉलर मूल्य की सोयाबीन और मकई की खेती की जमीन है। यह जानकारी उनके सार्वजनिक वित्तीय खुलासे से मिली है, जिसकी जांच सीएनएन ने की है.
‘हमारी ट्रेड डील फाइनल हो गई है’- ट्रंप
ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका और चीन के बीच ऐतिहासिक एक साल का व्यापार समझौता हुआ है. इस समझौते के तहत चीन से आने वाले सामान पर टैरिफ 57% से घटाकर 47% कर दिया गया है. ट्रंप ने कहा कि हमारे बीच एक डील हुई है. हम हर साल इस पर दोबारा बातचीत करेंगे, लेकिन मुझे लगता है कि यह समझौता कई सालों तक चलेगा।
फेंटेनाइल पर सख्ती के बदले दी गई राहत
ट्रंप ने कहा कि चीन ने फेंटेनल जैसी खतरनाक दवाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. इसी वजह से अमेरिका ने टैरिफ में 10 फीसदी की कटौती की है. ट्रंप ने कहा कि पहले यह 57 था, अब 47 है. हमने फेंटेनल के खिलाफ कार्रवाई के कारण इसे कम कर दिया है. चीन इस पर काफी सख्त कार्रवाई कर रहा है और इसका असर भी हमने देखा है.
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