ख्वाजा आसिफ: मंगलवार दोपहर इस्लामाबाद की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के बाहर आत्मघाती हमला हुआ. धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई. घटना के बाद पाकिस्तान की सरकार और सेना अलर्ट पर आ गई. देश के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि यह हमला सिर्फ एक घटना नहीं बल्कि पूरे पाकिस्तान के लिए ‘जागने का संकेत’ है. धमाके के कुछ घंटे बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने उर्दू में बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अब युद्ध की स्थिति में है.
रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि हम युद्ध की स्थिति में हैं. अगर किसी को लगता है कि पाकिस्तानी सेना केवल अफगान सीमा या बलूचिस्तान के दूरदराज के इलाकों में लड़ रही है, तो इस्लामाबाद जिला न्यायालय पर आज का हमला एक सबक है। ये युद्ध पूरे पाकिस्तान के लिए है. जनता सुरक्षित रहे इसके लिए सेना हर दिन बलिदान दे रही है.
कैसे हुआ हमला?
पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री मोसिन नकवी ने कहा कि विस्फोट इस्लामाबाद के जी-11 इलाके में जिला एवं सत्र न्यायालय के बाहर देर रात 12:39 बजे हुआ. हमलावर करीब 12 मिनट तक कोर्ट गेट पर खड़ा रहा. वह अंदर घुसने की कोशिश कर रहा था. जब वह अंदर नहीं जा सका तो उसने खुद को उड़ा लिया। शुरुआत में नकवी ने कहा कि धमाके में 17 लोग घायल हुए हैं, लेकिन बाद में अस्पताल प्रशासन ने कहा कि 36 घायलों को लाया गया है. नकवी के मुताबिक, ‘यह सिर्फ एक और धमाका नहीं है, इसके जरिए कई संदेश दिए गए हैं।’
ख्वाजा आसिफ: तालिबान पर सीधा आरोप
ख्वाजा आसिफ ने कहा कि यह हमला अफगानिस्तान की तालिबान सरकार का स्पष्ट संदेश है. उन्होंने साफ कहा कि तालिबान से शांति की उम्मीद करना बेकार है. काबुल के शासक पाकिस्तान में आतंकवाद रोक सकते हैं, लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे हैं. पाकिस्तान के पास जवाब देने की पूरी ताकत है. यह बयान ऐसे समय आया है जब कतर और तुर्की पाकिस्तान और तालिबान के बीच शांति समझौता कराने की कोशिश कर रहे हैं।
पिछले महीने दोनों देशों के बीच 2021 के बाद सबसे बड़ा सीमा संघर्ष हुआ था. दोहा और इस्तांबुल में कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन अभी तक कोई समझौता नहीं हो सका है. एक अलग बयान में, पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने विस्फोट को दक्षिण वज़ीरिस्तान में एक सेना कैडेट कॉलेज पर एक और हमले से जोड़ा। जियो न्यूज के मुताबिक, शाहबाज ने कहा कि ये हमले भारत द्वारा प्रायोजित आतंकी नेटवर्क की साजिश है. इसका मकसद पाकिस्तान को अस्थिर करना है.
पाकिस्तान का दावा
पाकिस्तान लंबे समय से दावा करता रहा है कि टीटीपी (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) और बीएलए (बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी) को अफगानिस्तान और भारत से समर्थन मिलता है। शाहबाज ने कहा कि दोनों हमलों के पीछे एक ही नेटवर्क था. प्रधानमंत्री शाहबाज ने कहा कि हम तब तक लड़ाई जारी रखेंगे जब तक टीटीपी और बीएलए के आखिरी आतंकवादी का खात्मा नहीं हो जाता.
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