भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मध्य प्रदेश में भी एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बीएलओ घर-घर जाकर मतदाता की वास्तविक स्थिति का पता लगा सकते हैं और उसकी पूरी जानकारी चुनाव आयोग के दस्तावेजों में दर्ज कर सकते हैं ताकि अद्यतन मतदाता सूची और मतदाताओं की वास्तविक संख्या सामने आ सके और फर्जी मतदान की शिकायतों पर अंकुश लगाया जा सके।
कांग्रेस भारतीय चुनाव आयोग के एसआईआर का विरोध कर रही है और इसे वोट चोरी के लिए चुनाव आयोग और बीजेपी की मिलीभगत बता रही है. बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस ने SIR को मुद्दा बनाया, राहुल गांधी समेत पूरी पार्टी ने इसका विरोध किया. अब मध्य प्रदेश में भी एसआईआर शुरू हो गई है, लेकिन मध्य प्रदेश में कांग्रेस का विरोध उतना नहीं है जितना बिहार में था, हालांकि कांग्रेस ने दो टूक कह दिया है कि एक भी वोट नहीं कटने दिया जाएगा, बीजेपी की साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा.
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एसआईआर प्रक्रिया को लेकर गठित प्रदेश समन्वय समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की. बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी श्री हरीश चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, प्रदेश कांग्रेस सह-प्रभारी संजय दत्त, समिति अध्यक्ष सज्जन सिंह वर्मा और समिति के सभी सदस्य शामिल हुए।
एसआईआर की खामियों को लेकर कांग्रेस चुनाव आयोग से मिलेगी
बैठक में कांग्रेस नेताओं ने एसआईआर प्रक्रिया को लेकर चुनाव आयोग द्वारा पैदा की गई खामियों, तकनीकी समस्याओं और इस पूरी प्रक्रिया में कांग्रेसियों को जिम्मेदारी और गंभीरता से काम करने की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की. बैठक में निर्णय लिया गया कि एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिलेगा और खामियां दूर करने को कहेगा. कांग्रेस ने कहा कि हमारी पार्टी सतर्क है, पूरी तरह सतर्क है, हम चुनाव आयोग की हर गतिविधि पर नजर रखेंगे.
कांग्रेस सतर्क, जनता को करेगी जागरूक
मीडिया से बात करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि कांग्रेस के हर कार्यकर्ता की इस पर नजर रहेगी, मैं खुद हर विधानसभा में जाऊंगा और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ जनता को सचेत करूंगा कि वे किसी के बहकावे में न आएं. चुनाव आयोग से बीएलओ को जो भी जानकारी चाहिए उसे सही दस्तावेजों में भरें ताकि कोई उनसे वोट देने का अधिकार न छीन सके।
प्यारी बहन का नाम सुभद्रा योजना रखने पर तंज
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए जीतू पटवारी ने एक बार फिर लाडली ब्राह्मण योजना पर तंज कसा. उन्होंने सीएम मोहन यादव को मुख्यमंत्री बताया और कहा कि वे अभिवादन करने और नाम बदलने में माहिर हैं, अब वे लाडली ब्राह्मण का नाम बदलकर सुभद्रा योजना रख सकते हैं, लेकिन बता दें कि वादा 3000 रुपये का था, लेकिन अभी तक 1500 रुपये ही दिए हैं और क्या गारंटी है कि अगले महीने इतना देंगे.
मप्र सरकार पर लगा प्यारी बहन से पैसे हड़पने का आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव के समय मोदी ने 3000 रुपये की गारंटी दी थी लेकिन क्या हुआ? मोहन यादव ने भाई दौज के अगले दिन से 1500 रुपये देने की घोषणा की थी, लेकिन भाई दौज भी बीत गया, अब दे रहे हैं, लेकिन कृपया बताएं कि मोहन यादव सरकार हर महीने 3000 रुपये देने के वादे के मुताबिक प्यारी बहनों का पैसा क्यों बर्बाद कर रही है? जीतू पटवारी ने बीजेपी सरकार पर आदिवासियों की जमीनें छीनने और उन पर अत्याचार करने का भी आरोप लगाया और कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो आदिवासियों की जमीनें छीनकर उन्हें वापस दे दी जाएंगी.



