इंदौर, 28 अक्टूबर (भाषा) मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश स्तरीय और इंदौर शहर इकाई की नई कार्यकारिणी की घोषणा के बाद खाती समुदाय के लोगों ने मंगलवार को सत्तारूढ़ दल के स्थानीय कार्यालय पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि भाजपा अपने संगठन में खाती समुदाय के नेताओं को उचित प्रतिनिधित्व न देकर समुदाय की अनदेखी कर रही है। बीजेपी ने इस आरोप को खारिज कर दिया है.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्थानीय भाजपा कार्यालय के सामने एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों ने पार्टी की नगर इकाई के अध्यक्ष सुमित मिश्रा का पुतला जलाया.
उन्होंने बताया कि नारेबाजी के बीच गुस्साए प्रदर्शनकारी ने भाजपा कार्यालय के बाहर लगे बैनर में मिश्रा की तस्वीर पर कालिख पोत दी और बाद में बैनर फाड़ दिया.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, प्रदर्शनकारी यहीं नहीं रुके. उन्होंने बीजेपी दफ्तर में घुसकर मिश्रा की नेम प्लेट पर भी कालिख पोत दी.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे खाती समाज के नेता पवन चौधरी ने पत्रकारों से कहा, “भाजपा पिछले कई दिनों से हमारे समाज की अनदेखी कर रही है. हाल ही में घोषित भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी और नगर कार्यकारिणी में खाती समाज के एक भी नेता को शामिल नहीं किया गया है. इसका खामियाजा भाजपा को अगले विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा.”
चौधरी के आरोपों को खारिज करते हुए बीजेपी की राज्य इकाई के प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा, ‘बीजेपी ने हमेशा खाती समुदाय को उचित प्रतिनिधित्व दिया है.’
उन्होंने दावा किया कि स्थानीय भाजपा कार्यालय में विरोध प्रदर्शन करने वाला एक व्यक्ति कांग्रेस से जुड़ा था.
खाती समुदाय मध्य प्रदेश में राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी इसी समुदाय से आते हैं. इंदौर पटवारी का गृह नगर है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने बीजेपी कार्यालय पर हुए उग्र विरोध प्रदर्शन को सत्तारूढ़ पार्टी के ‘अंदरूनी कलह का नतीजा’ बताया और कहा, ‘यह विरोध दिखाता है कि भारतीय जनता पार्टी अब भारतीय झगड़ा पार्टी बन गई है.’
भाषा हर्ष खरी
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