Maihar News: मैहर: मध्य प्रदेश के मैहर जिले के सिविल अस्पताल अमरपाटन का औचक निरीक्षण करने मैहर कलेक्टर अस्पताल परिसर पहुंचे. निरीक्षण के दौरान अस्पताल की साफ-सफाई एवं संचालन व्यवस्था का जायजा लिया गया. निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने पाया कि अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था असंतोषजनक है और आउटसोर्स सफाई एजेंसी मेसर्स स्काई बुल सिक्योरिटी सर्विस अपनी जिम्मेदारियों का ठीक से निर्वहन नहीं कर रही है. इस गंभीर लापरवाही को देखते हुए कलेक्टर ने उक्त आउटसोर्स एजेंसी पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाने का निर्णय लिया.
अस्पताल में साफ-सफाई की स्थिति काफी खराब पायी गयी.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एलके तिवारी ने बताया कि सिविल अस्पताल अमरपाटन में साफ-सफाई की स्थिति बहुत खराब पाई गई है। अस्पताल के वार्डों, गलियारों और परिसर में गंदगी थी और संक्रमण फैलने की आशंका थी. इससे अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है. उन्होंने स्पष्ट किया कि आउटसोर्स एजेंसी ने अनुबंध की शर्तों का पालन नहीं किया और अपने दायित्वों की अनदेखी की, जिसके कारण 10,000 रुपये का जुर्माना तत्काल रोगी कल्याण समिति, अमरपाटन में जमा करने के निर्देश दिए गए हैं.
कलेक्टर ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
मैहर समाचार: निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने एनआरसी (न्यूट्रीशन रिकवरी सेंटर) की स्थिति का भी जायजा लिया. एनआरसी में एक भी कम वजन का बच्चा भर्ती नहीं पाये जाने पर कलेक्टर ने परियोजना अधिकारी बाल विकास परियोजना अमरपाटन को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। इससे यह स्पष्ट होता है कि अस्पताल के विभिन्न विभागों में संचालन एवं कार्यान्वयन में गंभीर कमी हुई है.
अस्पताल का संचालन भी व्यवस्थित नहीं है
मैहर समाचार: सिविल अस्पताल के निरीक्षण के दौरान वार्डों व परिसर में गंदगी के अलावा अस्पताल का संचालन भी अव्यवस्थित पाया गया. इसे देखते हुए कलेक्टर ने बीएमओ डॉ. सतनामी और अस्पताल प्रभारी डॉ. हिमांशु पांडे को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। कलेक्टर ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि अस्पताल में साफ-सफाई और मरीजों की सुविधाओं में तत्काल सुधार किया जाये. उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल की साफ-सफाई और मरीजों के स्वास्थ्य का ख्याल रखने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.



