सिंगरौलीसिंगरौली समाचार: जिले के गांव इटमा निवासी कुँवर राजवीर सिंह चंदेल संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी)यूपीएससी) प्रतिष्ठित संयुक्त रक्षा सेवाएँ (सीडीएस) परीक्षा में सफलता हासिल कर उन्होंने न सिर्फ अपने परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है. उनकी उपलब्धियों से भरा हुआ सिंगरौली जिले में खुशी और गौरव का माहौल है.
सिंगरौली न्यूज़: भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर एक अधिकारी के रूप में अपने कर्तव्यों को शुरू करने से पहले कुंवर राजवीर सिंह का गृह ग्राम इटमा आगमन पर ग्रामीणों ने उनका भव्य एवं ऐतिहासिक स्वागत किया। गाओंउनकी चौपाल पर गाजे-बाजे, फूल मालाओं और नारों के साथ उनका स्वागत किया गया. इस मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण, परिजन व स्थानीय लोग मौजूद थे जन प्रतिनिधि उपस्थित रहें।
यहीं से सेना में भर्ती होने की प्रेरणा मिली
कुंवर राजवीर शेर, रामेश्वर सिंह चंदेल के बेटे हैं. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार, शिक्षकों और दोस्तों के समर्थन को दिया। उसने कहा वह शुरुआत में मेरा लक्ष्य चिकित्सा फ़ील्ड, लेकिन मुझे लगा कि मुझे अपनी प्रकृति के अनुसार एक फ़ील्ड चुननी चाहिएं साहस और राष्ट्रीय सेवा दोनों को अवसर मिले. सेना मेरा दूसरा प्यार है और मैं सेना की वर्दी पहनूंगा और पूरी ईमानदारी से देश की सेवा करूंगा।” उन्होंने बताया कि कॉलेज एक के दौरान सम्मेलन मेजर साहब के अनुभवों को साझा करने से उन्हें सेना में शामिल होने की प्रेरणा मिली, जो उनके जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ बन गया। मोड़ बिंदु साबित हुआ.
परिवार और गांव में उत्सव का माहौल
कुंवर राजवीर शेर का यह सफलता से कहाँ उनका परिवार में उत्सव का पर्यावरण है, वहीं ग्राम इटमा और आस-पास का गांवों का युवा में बहुत नया उत्तेजना और प्रेरणा देखने के लिए को चक्की कर रहा है है।। स्थानीय लोगों ने बताया कि कुँवर राजवीर सिंह चंदेल की उपलब्धि इतनी ही नहीं है इटमा चना, बल्कि पूरा सिंगरौली यह जिले के लिए गौरव का क्षण है।
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