सतना: मध्य प्रदेश के सतना में सांसद गणेश सिंह द्वारा नगर निगम कर्मचारी को थप्पड़ मारने का वीडियो वायरल होने के बाद अब यह मामला पूरी तरह से राजनीतिक रंग ले चुका है. एक तरफ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होने पर 50 हजार लोगों के साथ थाने का घेराव करने की चेतावनी दी है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने इसे सांसद की हत्या की गहरी साजिश बताया है. इन आरोप-प्रत्यारोप के बीच पीड़ित निगमकर्मी ने भी कहा है कि उसकी जान को खतरा है.
जीतू पटवारी की चेतावनी, बीजेपी ने साधा निशाना
मामले में कांग्रेस ने आक्रामक रुख अपना लिया है. प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने साफ चेतावनी दी है कि अगर सांसद गणेश सिंह के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया तो वे बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे. उन्होंने 50 हजार लोगों के साथ थाने का घेराव करने की बात कही है. भाजपा जिला अध्यक्ष भगवती पांडे ने पटवारी के वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए उनकी भाषा को निम्न स्तर का बताया है. पांडे ने कहा, ”वीडियो से साफ है कि यह सिर्फ पुलिस पर दबाव डालकर झूठा मुकदमा दर्ज कराने की राजनीति है.”
बीजेपी ने किया पलटवार, कहा ‘हत्या की साजिश’
इस पूरे घटनाक्रम में बीजेपी ने एक नया और सनसनीखेज मोड़ ला दिया है. सतना बीजेपी जिला अध्यक्ष भगवती पांडे ने आरोप लगाया है कि एक साजिश के तहत निगम कर्मचारी गणेश कुशवाह को सांसद की क्रेन चलाने के लिए भेजा गया था. उन्होंने आशंका जताई कि यह सांसद की हत्या की साजिश हो सकती है.
पांडे ने दावा किया, “हमारी तरफ से क्रेन की मांग नहीं की गई थी. क्रेन को एक साजिश के तहत वहां भेजा गया था और जब सांसद उसमें थे तो उसे बार-बार ऊपर-नीचे किया गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें भी आईं.” उन्होंने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. पांडे ने यह भी कहा कि पीड़ित कर्मचारी अब तक तीन बार अपना बयान बदल चुका है.
निगम कर्मचारी का यू-टर्न, कहा- दबाव में बनाया वीडियो
इस बीच निगमकर्मी गणेश कुशवाहा का एक और वीडियो सामने आया था, जिसमें वह सांसद को अपना ‘बड़ा भाई’ बता रहे थे. इस पर सफाई देते हुए कुशवाह ने कहा कि ये वीडियो दबाव में बनवाया गया है.
“घटना के बाद, मुझे एक चौराहे पर रोका गया और पीटा गया। मैंने अपनी जान बचाने के लिए वह वीडियो बनाया था। जब चार लोग मुझसे बयान लेने के लिए दबाव डालेंगे, तो मुझे अपनी जान बचाने के लिए बयान देना होगा।” -गणेश कुशवाह, निगमकर्मी
अब कुशवाहा ने सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है और अपनी जान को खतरा बताया है. उन्होंने अपनी बातचीत में सांसद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी बताया. यह मामला अब मारपीट से ज्यादा बन चुका है और इसने सतना की राजनीति में बड़ा तूफान खड़ा कर दिया है, जिसमें हर पक्ष अपना-अपना दावा पेश कर रहा है.
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