जबलपुर, 28 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मंगलवार को कहा कि 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में देश भर में एक लाख से अधिक ‘हिंदू सम्मेलन’ या ‘धर्म सभा’ आयोजित की जाएंगी।
संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अंबेकर ने कहा, ”इन एक लाख ‘हिंदू सम्मेलनों’ का मुख्य उद्देश्य ‘पंच परिवर्तन’, हिंदुत्व का विस्तार, ‘कुटुंब प्रबोधन’, ‘सामाजिक समरसता’ और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा को बढ़ावा देना है.
‘पंच परिवर्तन’ संघ की एक पहल है, जो पांच प्रमुख क्षेत्रों के माध्यम से राष्ट्रीय परिवर्तन पर केंद्रित है: सामाजिक सद्भाव, पारिवारिक चेतना, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण जागरूकता और आत्मनिर्भरता।
अंबेकर 30 अक्टूबर से शुरू होने वाली आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की तीन दिवसीय वार्षिक बैठक से पहले संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
आंबेकर ने कहा कि शताब्दी समारोह 2 अक्टूबर को विजयादशमी के दिन नागपुर में शुरू हुआ।
उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत कुल 406 पदाधिकारी हिस्सा लेंगे.
संघ कार्यकर्ता शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में नवंबर से जनवरी के बीच 25 से 40 दिनों तक घर-घर जाकर अभियान चलाएंगे और इस दौरान लोगों को ‘पंच परिवर्तन’ के बारे में जानकारी देंगे और उन पर चर्चा करेंगे.
आंबेकर ने कहा कि युवाओं को देश के लिए काम करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा, “बड़ी संख्या में युवा संघ की विचारधारा से जुड़ रहे हैं. हमारा मानना है कि अनुशासन युवाओं को सही रास्ते पर ले जाता है.”
भाषा सं डिमो जीतेन्द्र
जितेंद्र



