भोपाल: MP News एमपी में धर्मांतरण का कहर जमकर बरप रहा है. महाकोशल, मालवा, निमाड़ और मध्य भारत में सर्वत्र धर्मांतरण के क्रूर मामले देखने को मिल रहे हैं। सीहोर के बरखेवोडी गांव में बुधवार को रात के अंधेरे में ईसाई मिशनरी धर्म परिवर्तन कराने आए थे, लेकिन विहिप बजरंग दल ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया और आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में भेज दिया. खंडवा जिले के हरसूद में अरबाज नाम के मुस्लिम युवक की ब्लैकमेलिंग और धर्म परिवर्तन के दबाव से परेशान एक लड़की ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली.
MP News यहां राजधानी भोपाल में एक हिंदू युवक को लव जिहाद में फंसाने, उसे गोमांस खिलाने और उसका धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है। जाहिर है कि धर्म परिवर्तन से जुड़े मामले सामने आएं और बीजेपी-कांग्रेस के बीच जुबानी जंग न छिड़ जाए, ये नामुमकिन है. बीजेपी नेताओं ने दो टूक कहा कि धर्मांतरण असहनीय है. धर्म परिवर्तन कराने वालों की जमकर पिटाई की जायेगी. नया सख्त कानून बनाया जाएगा और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
बीजेपी ने जहां धर्म परिवर्तन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का ऐलान किया है, वहीं कांग्रेस ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए तीखा हमला बोला है. कुल मिलाकर एमपी में धर्म परिवर्तन के बढ़ते मामलों को लेकर सियासी घमासान गहराता जा रहा है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2020 से 2025 तक एमपी में लव जिहाद या धर्म परिवर्तन के कुल 283 मामले दर्ज किए गए, लेकिन ज्यादातर मामलों की सुनवाई अभी बाकी है। ऐसे में सवाल उठता है कि राज्य में सख्त धर्म स्वतंत्रता कानून लागू होने के बावजूद मामले क्यों बढ़ रहे हैं? प्रशासन धर्मांतरण रोकने में क्यों नाकाम साबित हो रहा है? और सवाल ये भी है कि क्या हिंदुओं के धर्म परिवर्तन के पीछे कोई मॉड्यूल काम कर रहा है? क्या ये जनसांख्यिकी बदलने की साजिश है?



