शहडोल: मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में दिवाली के अगले दिन दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां जमीन विवाद को लेकर दो सगे भाइयों की कुल्हाड़ी और तलवार से बेरहमी से हत्या कर दी गई. इस हमले में उनका तीसरा भाई भी गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
इस हत्याकांड के लाइव वीडियो भी सामने आए हैं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. वीडियो में बुरी तरह घायल भाई मरने से पहले अपने हमलावरों के नाम लेता दिख रहा है. इस बयान और अन्य सबूतों के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी फरार आरोपियों की तलाश कर रही है.
दिवाली के अगले दिन हुआ खूनी संघर्ष
यह पूरी घटना बुढ़ार थाना क्षेत्र के केशवाही चौकी अंतर्गत बलबहरा गांव की है. पुलिस के मुताबिक, निवासी राहुल तिवारी और उनके भाई राकेश तिवारी दिवाली के दूसरे दिन अपनी ऑटो पार्ट्स की दुकान पर दीये जलाने गए थे. इसी बीच गांव का ही रहने वाला अनुराग शर्मा अपने 10 से अधिक साथियों के साथ वहां पहुंच गया.
आरोप है कि पुरानी रंजिश के चलते अनुराग और उसके साथियों ने तीनों भाइयों पर कुल्हाड़ी, तलवार और लाठियों से हमला कर दिया. इस जानलेवा हमले में राकेश तिवारी की मौके पर ही मौत हो गई.
मरने से पहले कैमरे पर रिकॉर्ड किया गया बयान
हमले में गंभीर रूप से घायल राहुल तिवारी को मेडिकल कॉलेज शहडोल ले जाया गया, लेकिन इलाज शुरू होने से पहले ही उनकी भी मौत हो गई. हालांकि अस्पताल पहुंचते वक्त किसी ने उनका वीडियो बना लिया. इस वीडियो में राहुल ने अपने ऊपर हमला करने वाले मुख्य आरोपी अनुराग शर्मा और उसके साथियों के नाम का खुलासा किया. यह वीडियो अब इस मामले में अहम सबूत बन गया है.
हमले में घायल तीसरे भाई सतीश तिवारी की हालत भी गंभीर बनी हुई है और शहडोल मेडिकल कॉलेज में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं.
पुलिस की कार्रवाई, 5 आरोपी गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. मामले की जानकारी देते हुए शहडोल एसपी रामजी श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी अनुराग शर्मा समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. मृतक के पिता पुरूषोत्तम तिवारी के बयान और मौके से मिले साक्ष्यों के आधार पर पुलिस की टीमें अन्य फरार आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही हैं. पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
शहडोल से राहुल सिंह राणा की रिपोर्ट



