भोपाल, 21 नवंबर (भाषा) पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि वह कर्तव्य को अन्य चीजों से ऊपर रखते हैं और उनका ‘हालिया अतीत’ इसका प्रमाण है।
स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर चार महीने पहले अपने पद से इस्तीफा देने वाले धनखड़ ने अपना पहला सार्वजनिक भाषण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ पदाधिकारी मनमोहन वैद्य की पुस्तक के विमोचन पर दिया।
भाषण के दौरान एक व्यक्ति उनके पास यह याद दिलाने के लिए आया कि उन्हें शाम 7:30 बजे दिल्ली वापस जाने वाली फ्लाइट पकड़नी है।
इसके बाद पूर्व उपराष्ट्रपति ने वहां मौजूद लोगों से कहा कि उन्हें एक फ्लाइट में चढ़ना है.
उन्होंने कहा, ‘मैं विमान में चढ़ने का अपना कर्तव्य नहीं छोड़ सकता और दोस्तों, मेरा हालिया अतीत इसका सबूत है।’
इस पर कार्यक्रम में मौजूद लोग हंस पड़े.
कार्यक्रम में धनखड़ ने आरएसएस की सोच और विजन की सराहना की.
धनखड़ ने कहा कि यह किताब उस दुष्प्रचार को गलत साबित करती है जिसमें संघ को घोर दक्षिणपंथी संगठन के तौर पर दिखाया गया है.
उन्होंने कहा कि इसे महात्मा गांधी की हत्या से भी जोड़ने की कोशिश की जा रही है, हालांकि यह बेबुनियाद आरोप है.
भाषा डिमो
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