जबलपुर: मोहन भागवत का जबलपुर दौरा हर साल होने वाली आरएसएस की अखिल भारतीय बैठक इस बार मध्य प्रदेश में होने जा रही है. इसके लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत जबलपुर पहुंच चुके हैं. कांग्रेस ने भी भागवत के राज्य दौरे पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है और इसी बहाने बीजेपी पर निशाना साधा है कि उन्होंने बैठक के लिए महाकौशल को क्यों चुना.
मोहन भागवत का जबलपुर दौरा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 9 दिवसीय जबलपुर दौरे पर हैं। भागवत यहां 28 अक्टूबर से 1 नवंबर तक होने वाली संघ की अखिल भारतीय बैठक में शामिल होंगे. जिसमें देशभर से संघ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. मोहन भागवत का कार्यक्रम पूरी तरह से संघ को समर्पित है, लेकिन इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस तंज कस रही है कि संघ ने अपनी राष्ट्रीय बैठक के लिए जबलपुर को इसलिए चुना क्योंकि महाकौशल में बीजेपी कमजोर है. जिस पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को अपने काम से काम रखने की सलाह दी है.
मध्य प्रदेश विधानसभा में महाकौशल की 38 सीटें हैं. 2023 के चुनाव में बीजेपी ने 21 और कांग्रेस ने 17 सीटें जीतीं. वहीं मालवा की 50 सीटों में से बीजेपी ने 37, कांग्रेस ने 12 और अन्य ने 1 सीट जीती थी. इसी तरह निमाड़ क्षेत्र की 16 सीटों में से बीजेपी ने 10 और कांग्रेस ने 6 सीटों पर कब्जा किया था.
यहां तक कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र और बुंदेलखंड में भी बीजेपी कांग्रेस से बेहतर स्थिति में थी. यानी महाकौशल को छोड़कर बाकी सभी क्षेत्रों में बीजेपी का प्रदर्शन बेहतर रहा. साफ है कि महाकौशल बीजेपी की कमजोर कड़ी है. ऐसे में यहां आरएसएस की राष्ट्रीय बैठक के पीछे मंशा जो भी हो, कांग्रेस को बीजेपी को घेरने का मौका जरूर मिल गया है.



