भोपाल, 10 नवंबर (भाषा) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को रीवा हवाईअड्डे से दिल्ली के लिए पहली उड़ान सेवा को ऑनलाइन माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यादव ने कहा कि रीवा पूर्वी मध्य प्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक और धार्मिक केंद्र है। उन्होंने कहा कि इस सेवा से मध्य प्रदेश ने पूरे देश में वायु क्षेत्र में अग्रणी स्थान हासिल किया है। आज से शुरू हो रही रीवा-दिल्ली-रीवा हवाई सेवा विंध्य क्षेत्र में विकास के नये रास्ते खोल रही है। जिस क्षेत्र में कभी रेल कनेक्टिविटी का अभाव था, वहां अब हवाई सेवा उपलब्ध है।
यादव ने कहा कि खनिज संपदा और उद्योग से भरपूर यह क्षेत्र मां शारदा धाम, मैहर और चित्रकूट जैसे पवित्र तीर्थ स्थलों से भी जुड़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”यह एयरलाइन बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, पन्ना राष्ट्रीय उद्यान, खजुराहो और अमरकंटक से कनेक्टिविटी बढ़ाएगी।”
इस अवसर पर लोगों को बधाई संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा, ”अपने समृद्ध ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक परिदृश्य के लिए प्रसिद्ध रीवा अब हवाई कनेक्टिविटी के साथ नई ऊंचाइयों को छू रहा है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह रीवा क्षेत्र के साथ-साथ पूरे मध्य प्रदेश के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है। यह नई हवाई सेवा विंध्य क्षेत्र के लिए व्यापक विकास का एक नया युग लाएगी।
मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला ने उड़े देश का आम नागरिक (UDAN) योजना का मजाक उड़ाने के लिए विपक्ष पर निशाना साधा।
शुक्ला ने कहा, ”प्रधानमंत्री मोदी जब कहा करते थे कि वह दिन दूर नहीं जब हमारे देश में चप्पल पहनने वाले भी हवाई जहाज में सफर करेंगे, तो उनके विरोधियों ने इसे महज बयानबाजी कहकर खारिज कर दिया था.”
उन्होंने कहा, ”ऐसे लोगों को आज रीवा आना चाहिए और देखना चाहिए कि यह सपना कैसे पूरा हुआ।”
शुक्ला ने कहा कि 10 नवंबर को जब एटीआर 72 विमान ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी तो कई पीढ़ियों के सपने सच हो गए।
उन्होंने कहा, “हम यहीं नहीं रुकने वाले हैं; जल्द ही रीवा भी इंदौर से हवाई मार्ग से जुड़ जाएगा। अगले चरण में इस हवाई अड्डे से मुंबई, पुणे और बेंगलुरु जैसे शहरों के लिए भी उड़ानें शुरू होंगी। मीडिया हमसे पूछता है, आगे क्या? मेरा जवाब है, एयरबस, हम सिर्फ रनवे को 500 मीटर तक बढ़ाएंगे।”
रीवा हवाई अड्डे का शिलान्यास 15 फरवरी 2023 को तत्कालीन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था।
भाषा डिमो
नोमान धीरज
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