भोपाल समाचार: भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस ने नकली नोट छापने और फिर उन्हें बाजार में बेचने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक विवेक यादव (21) मूल रूप से उत्तर प्रदेश के देवरिया का रहने वाला है और पिछले एक साल में 6 लाख रुपये के नकली नोट बाजार में चला चुका है.
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शुक्रवार देर शाम निशातपुरा इलाके से युवक को हिरासत में लिया, उसके पास से 500-500 रुपये के 23 नकली नोट बरामद हुए.
पुलिस उपाधीक्षक ने दी जानकारी
भोपाल के अतिरिक्त पुलिस उपाधीक्षक (जोन-2) गौतम सोलंकी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी युवक ने बताया कि पुलिस से बचने के लिए उसने इस काम में किसी और को शामिल नहीं किया और नोट छापने से लेकर बाजार में बेचने तक का काम वह खुद ही करता था. सोलंकी ने बताया कि नोटों को खपाने के लिए वह शहर के बाहरी इलाके में स्थित छोटी किराना और पान-गुटखा की दुकानों को निशाना बनाता था, जहां वह 20-30 रुपये का सामान खरीदने के बाद 500 रुपये के नकली नोट खपाता था.
किताबें पढ़कर नकली नोट बनाना सीखा
भोपाल समाचार: पुलिस ने बताया कि आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने मुंबई में रहकर छपाई का अनुभव हासिल किया और किताबें पढ़कर नकली नोट छापने के गुर सीखे. उन्होंने कहा कि नोटों को असली दिखाने के लिए आरोपी युवक ने उच्च गुणवत्ता वाली प्रिंटिंग मशीन, कागज और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल किया और उनमें से कुछ को ऑनलाइन माध्यम से खरीदा। सोलंकी ने बताया कि आरोपी युवक को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 178 और 185 के तहत गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है. ये धाराएं बैंक-नोट के उद्देश्य से सरकार द्वारा जारी किए गए किसी भी सिक्के या स्टांप की जालसाजी करने और धोखाधड़ी से सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने से संबंधित हैं और सात साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान है।



