आगर मालवा. जिले के भयाना गांव में एक पुलिया के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान सियासी घमासान सामने आ गया. कार्यक्रम में स्थानीय विधायक मधु गेहलोत और आगर जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह के बीच प्रोटोकॉल को लेकर तीखी बहस हो गई. कुछ ही देर में माहौल गरमा गया और दोनों पक्षों के समर्थक आमने-सामने आ गये, जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा.
घटना जिला मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित गांव भयाना की है. यहां ग्रामीणों की सुविधा के लिए पुलिया का निर्माण किया जाना था, जिसका भूमि पूजन करने विधायक मधु गेहलोत समेत अन्य जनप्रतिनिधि पहुंचे थे। कार्यक्रम चल ही रहा था कि तभी जिपं अध्यक्ष प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह अपनी बहन (जिलाध्यक्ष) के साथ वहां पहुंच गये.
आमंत्रण नहीं मिलने से स्पीकर प्रतिनिधि नाराज
जितेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि उनके जिला क्षेत्र में आयोजित सरकारी कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष को अतिथि के तौर पर नहीं बुलाया गया. उन्होंने बताया कि जब उन्हें इसकी जानकारी सरपंच के माध्यम से मिली तो वह अपनी बहन के साथ कार्यक्रम में पहुंचे. उन्होंने दावा किया कि विधायक के अनुरोध पर उन्हें जानबूझकर नजरअंदाज किया गया.
इसी बात पर विधायक मधु गहलोत और जितेंद्र सिंह के बीच बहस शुरू हो गई, जो जल्द ही तीखी नोकझोंक में बदल गई. मौके पर दोनों नेताओं के समर्थक मौजूद होने से स्थिति तनावपूर्ण हो गई और बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए.
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद भूमि पूजन हुआ
विवाद बढ़ता देख मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह और उनके समर्थकों को समझा-बुझाकर वापस आगर भेज दिया। उनके जाने के बाद ही भूमि पूजन कार्यक्रम पूरा हो सका।
जितेंद्र सिंह ने विधायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
“यह हमारे जिला क्षेत्र का एक गांव है और यहां जिला अध्यक्ष को कार्यक्रम में भी नहीं बुलाया गया। विधायक द्वारा लगातार जिला अध्यक्ष को परेशान किया जा रहा है और उन्हें पद से हटाने की धमकी दी जा रही है। उनका कहना है कि यह विधानसभा उनकी है और यहां उनके हिसाब से काम होगा।” -जितेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष प्रतिनिधि
सिंह ने आरोप लगाया कि विधायक मधु गहलोत अपने पद का दुरुपयोग कर रही हैं और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का अपमान कर रही हैं। इस घटना ने एक बार फिर क्षेत्र में बीजेपी के अंदर चल रही गुटबाजी को सतह पर ला दिया है.
गौरव सरवरिया की रिपोर्ट



