भोपाल, 13 नवंबर (भाषा) बाल दिवस की पूर्व संध्या पर एक स्कूल के छात्रों ने सर्कस में जानवरों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर गुरुवार को यहां बोट क्लब पर प्रदर्शन किया।
देश के पहले प्रधानमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन (14 नवंबर) को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। बच्चे उन्हें प्यार से ‘चाचा नेहरू’ कहकर बुलाते थे।
आयोजकों की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि यह कार्यक्रम केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के सहयोग से ‘पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स इंडिया’ (पेटा इंडिया) द्वारा आयोजित किया गया था।
उन्होंने बताया कि इसका मकसद सर्कस में जानवरों के इस्तेमाल को खत्म करना और इसके बारे में जागरुकता फैलाना है.
आयोजकों ने कहा कि जानवरों को सर्कस में प्रदर्शन करने के लिए मजबूर किया जाना उनके लिए एक समस्या है।
उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों ने जानवरों के मुखौटे और पोशाकें पहन रखी थीं और उनके हाथ में तख्तियां थीं जिन पर लिखा था, ‘जानवरों को खुश करें, जानवरों के सर्कस को ना कहें’।
भाषा ब्रजेन्द्र शोभना
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