बिहार में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. जिसके बाद अब बीजेपी एक्शन मोड में आ गई है. बीजेपी ने आरा लोकसभा सीट से पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को पार्टी से निलंबित कर दिया है. आरके सिंह पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है.
आरके सिंह को क्यों किया गया निलंबित?
आपको बता दें कि बीजेपी के दिग्गज नेता आरके सिंह ने एनडीए के ताकतवर नेताओं पर प्रशांत किशोर के आरोपों का खुलकर समर्थन किया है. उनका मानना है कि पिछले लोकसभा चुनाव में प्रदेश बीजेपी के कुछ नेताओं ने अंदर ही अंदर पवन सिंह का समर्थन किया था और उन्हें चुनाव हरवाया था. बाद में उन्होंने बिहार में शराबबंदी खत्म करने की वकालत की और 30 मई को रोहतास में पीएम मोदी की जनसभा से दूर रहे.
हालांकि ये मामला राजनीतिक विवाद न बन जाए इसके लिए बीजेपी ने चुनाव के दौरान कोई कदम नहीं उठाया. लेकिन नतीजे आने के बाद पार्टी ने तुरंत एक पत्र जारी कर आरके सिंह को छह साल के लिए निलंबित कर दिया.
बीजेपी ने जारी किया पत्र
भारतीय जनता पार्टी ने एक पत्र जारी किया है. जिसमें पार्टी ने लिखा कि आपकी गतिविधियां पार्टी के खिलाफ हैं. यह अनुशासन के दायरे में आता है. पार्टी ने इसे गंभीरता से लिया है. इससे पार्टी को नुकसान हुआ है. पत्र में आगे लिखा गया कि आपको पार्टी से निलंबित करते हुए कारण पूछा जा रहा है कि क्यों न आपको पार्टी से निकाल दिया जाये. आपको पत्र प्राप्त होने के एक सप्ताह के भीतर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।



