जबलपुर (मध्य प्रदेश), 17 नवंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तृणमूल कांग्रेस शासित राज्य को बांग्लादेश में बदलने की साजिश रचने का आरोप लगाया और दावा किया कि राज्य के लोग अगले विधानसभा चुनाव में उनकी विदाई सुनिश्चित करेंगे।
बिहार चुनाव में महागठबंधन की करारी हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के परिवार में चल रहे विवाद पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) कोई राजनीतिक दल नहीं बल्कि एक ‘प्राइवेट लिमिटेड कंपनी’ है, जो एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग एसेट) बन गई है और यही परिवार में अराजकता का कारण है.
केंद्रीय मंत्री सिंह रविवार को अनूपपुर जिले के अमरकंटक पहुंचे थे, जहां उन्होंने नर्मदा नदी के उद्गम स्थल पर पूजा-अर्चना की और कई स्थानीय कार्यक्रमों में हिस्सा लिया.
‘पीटीआई वीडियो’ से बात करते हुए उन्होंने बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की जीत को “विकास की सुनामी” करार दिया और कहा, “बंगाल वाली दीदी, अब बंगाल की बारी है।”
उन्होंने आरोप लगाया, ”ममता दीदी वोट के लिए बंगाल को बांग्लादेश बनाने की साजिश कर रही हैं.” उन्होंने बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के लिए ‘लाल कालीन’ बिछाया है।’ वहां के लोग डरे हुए हैं, खासकर हिंदू.
उन्होंने कहा कि अब बंगाल से तृणमूल कांग्रेस की विदाई होगी.
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को वहां के एक न्यायाधिकरण द्वारा मौत की सजा सुनाए जाने के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, “उन्हें सजा मिली…लेकिन ममता जी की सरकार…असली दोषी तो ममता जी हैं।” ये ममता जी की सरकार है. अगले चुनाव में जनता उन्हें सजा देगी.
पश्चिम बंगाल विधानसभा के चुनाव अगले साल मार्च-अप्रैल में संभावित हैं, जहां ममता बनर्जी 2011 से राज्य की मुख्यमंत्री हैं।
बिहार में रोहिणी आचार्य के आरोपों के बाद लालू परिवार में मचे विवाद पर केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि यह तो होना ही था क्योंकि राजद कोई पार्टी नहीं बल्कि एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है.
उन्होंने कहा, “जब कोई कंपनी डिफॉल्ट करती है तो उस कंपनी के सभी शेयरधारकों के बीच हंगामा मच जाता है. इसलिए परिवार में अफरा-तफरी मच जाती है.”
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के बिहार चुनाव पर उंगली उठाने और दोबारा चुनाव कराने की मांग पर भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने पूछा कि वे कौन हैं जो राजनीतिक विश्लेषक बन गए हैं?
उन्होंने कहा कि वह भले ही गांधी परिवार के दामाद हैं लेकिन उन्हें चुनाव विश्लेषण के बारे में क्या ज्ञान है.
शेख हसीना ने बांग्लादेश में भारी विरोध प्रदर्शन के बाद पिछले साल 5 अगस्त को देश छोड़ दिया था। तब से वह भारत में ही रह रही हैं. हसीना के बाद अंतरिम सरकार के मुखिया के तौर पर मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की सत्ता संभाली.
भाषा ब्रजेन्द्र खारी
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