दतिया: निर्माण कार्य में अनियमितता के चलते मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री पीतांबरा पीठ मंदिर ट्रस्ट को लोक न्यास अनुभाग ने नोटिस जारी किया है. दरअसल, निर्माण कार्य के दौरान मंदिर के मुख्य द्वार पर निर्माणाधीन पिलर गिरने के बाद 19 नवंबर को किए गए निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पाया कि मंदिर के मुख्य द्वार पर चल रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता संदिग्ध है.
इस निरीक्षण के बाद ट्रस्ट अनुभाग ने ट्रस्ट को नोटिस भेजकर तीन दिन के भीतर विस्तृत स्पष्टीकरण देने को कहा है. अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि अगर ट्रस्ट ने तय समय सीमा के भीतर अपना जवाब दाखिल नहीं किया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
पूरा मामला
बुधवार की शाम जब संध्या आरती के समय सभी भक्त मंदिर में मौजूद थे, तभी विस्फोट जैसी आवाज सुनाई दी, जिसके बाद मंदिर परिसर में अफरा-तफरी मच गई. आवाज का कारण निर्माणाधीन राजस्थानी पत्थर से बने खंभे थे। इन खंभों में से 8 खंभे धड़ाम से गिर गए और तेज आवाज सुनाई दी. गनीमत यह रही कि किसी व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ। हादसे के तुरंत बाद मंदिर प्रबंधन और आला अधिकारी निर्माण स्थल पर पहुंच गए.
कई अहम दस्तावेज तलब
नोटिस में ट्रस्ट से निर्माण कार्य से जुड़े कई अहम दस्तावेज जमा करने को कहा गया है. निर्माण कार्य नियमानुसार और पूरी पारदर्शिता के साथ हो रहा है, इसके लिए प्रशासन ने दस्तावेज मांगे हैं। मांगे गए दस्तावेज़ों में शामिल हैं:
- निर्माण स्थल निरीक्षण रिपोर्ट
- ट्रस्ट की संपत्ति और फंड का पूरा लेखा-जोखा
- निर्माण हेतु स्वीकृत मानचित्र एवं कार्यादेश
- सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट
- सीएसआर या दान से प्राप्त राशि का विवरण
- नगर पालिका या लोक निर्माण विभाग से अनुमति प्राप्त (अनुमति से बाहर)
- ट्रस्ट बैठकों की कार्यवाही रजिस्टर (बैठक पुस्तिका)
कार्रवाई की चेतावनी
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि ट्रस्ट प्रबंधन समय पर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने और दस्तावेज मांगने में विफल रहता है, तो इसे गंभीरता से लिया जाएगा। ऐसे में ट्रस्ट के खिलाफ मध्य प्रदेश लोक न्यास अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इस मामले ने मंदिर प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं.



