नर्मदापुरम कार्तिक मेला: मध्य प्रदेश के पारंपरिक मेलों में से एक कार्तिक मेला, कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर नर्मदापुरम से लगभग 7 किलोमीटर दूर बांद्राभान में आयोजित किया जाता है। यह मेला नर्मदा और तवा नदियों के संगम पर लगता है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु मातृ देवताओं के दर्शन और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए इकट्ठा होते हैं। मेलों में भारी भीड़ को देखते हुए 500 से अधिक पुलिसकर्मी, होम गार्ड और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं. श्रद्धालु सुरक्षित रूप से मेला देख सकें और किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर पूरी तैयारी कर ली है.
मेले की तैयारी
स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ पुलिस और होम गार्ड की टीमें मेलों की तैयारियों में जुटी हुई हैं. आयोजन स्थल की साफ-सफाई की जाती है और भक्तों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है। इस मेले में पूजा-अर्चना, भजन, धार्मिक झाँकियाँ और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। नर्मदा और तवा के संगम का पवित्र दृश्य और धार्मिक माहौल इसे और भी खास बनाता है। बांद्राभान का कार्तिक मेला न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि क्षेत्र की सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान को भी उजागर करता है। प्रशासन की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था से यह मेला श्रद्धालुओं के लिए एक यादगार अनुभव बन जाता है.
यह भी पढ़ें:



