देश के हिंदुओं को एकजुट करने और भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मुहिम चला रहे बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री 7 से 16 नवंबर तक दिल्ली से वृंदावन तक “सनातन हिंदू एकता पदयात्रा” निकालने जा रहे हैं, लेकिन अब इस यात्रा का विरोध हो रहा है, आजाद समाज पार्टी ने यात्रा को देश तोड़ने वाली और संविधान विरोधी बताते हुए यात्रा रोकने के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखा है.
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के पदाधिकारियों ने आज ग्वालियर में मीडिया से बात करते हुए मध्य प्रदेश में दलित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की है और पुलिस-प्रशासन को सख्त चेतावनी दी है. भिंड में दलित युवक के साथ हुई घटना पर पार्टी नेताओं ने नाराजगी जताई है और दोषियों पर एनएसए लगाने की मांग की है, वहीं ग्वालियर में बाबा साहब के बारे में बोलने वाले वकील अनिल मिश्रा पर भी कार्रवाई की मांग की है.
धीरेंद्र शास्त्री की “सनातन हिंदू एकता पदयात्रा” का विरोध
आज़ाद समाज पार्टी के नेता दामोदर यादव ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए धीरेंद्र शास्त्री, अनिरुद्धाचार्य, देवकीनंदन ठाकुर, प्रदीप मिश्रा पर अंध विश्वास फैलाने का आरोप लगाया, एएसपी नेता ने धीरेंद्र शास्त्री की 7 नवंबर से 16 नवंबर तक दिल्ली से वृन्दावन के बीच प्रस्तावित “सनातन हिंदू एकता पदयात्रा” का कड़ा विरोध किया है.
धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा संविधान विरोधी : एएसपी
दामोदर यादव ने धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा को संविधान विरोधी और देश को तोड़ने वाला बताया. उन्होंने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और अगर कोई इसे एक धर्म का देश बनाने की बात करता है तो यह असंवैधानिक और गैरकानूनी है. उन्होंने आरोप लगाया कि धीरेंद्र शास्त्री देश के सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं.
राष्ट्रपति को पत्र लिखकर यात्रा रोकने की मांग की
आजाद समाज पार्टी के नेता दामोदर यादव ने कहा कि हमने धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा रोकने के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि अगर यात्रा नहीं रोकी गई तो हम सड़कों पर उतरेंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे.
ग्वालियर से अतुल सक्सैना की रिपोर्ट



