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Tuesday, October 21, 2025
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धनतेरस 2025: भगवान धन्वंतरि पूजा में शामिल हुए सीएम डॉ. मोहन यादव, राज्यवासियों के स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि के लिए की प्रार्थना


पांच दिवसीय दीपोत्सव आज धनतेरस से शुरू हो गया है, आज पूरे देश में भगवान धन्वंतरि की पूजा की जा रही है, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सीहोर जिले के ग्राम गढ़िया-बिलकिसगंज स्थित मानसरोवर मेडिकल कॉलेज में धनतेरस के अवसर पर आयोजित धन्वंतरि पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान धन्वंतरि की कृपा से हर घर में स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि का वास हो, यही मेरी प्रार्थना है.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि चिकित्सा विज्ञान के साथ-साथ पर्यावरण की शुद्धता से ही स्वस्थ समाज का निर्माण संभव है. उन्होंने कहा कि जब तक हमारा जल, वायु और भूमि प्रदूषण मुक्त नहीं होगी, तब तक किसी भी चिकित्सा उपचार के परिणाम स्थायी नहीं हो सकते। उन्होंने विद्यार्थियों एवं चिकित्सकों से चिकित्सा के साथ-साथ स्वच्छता, वृक्षारोपण एवं जल संरक्षण को जीवन का संकल्प बनाने का आह्वान किया।

भगवान धन्वंतरि ने अमृत रूपी आरोग्य, आयु और ऊर्जा का संदेश दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार हम सभी का जीवन जल से उत्पन्न हुआ है, उसी प्रकार जीवन सुरक्षा और स्वास्थ्य का आधार भी जल से जुड़ा है। भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन से प्रकट हुए और अमृत के रूप में स्वास्थ्य, दीर्घायु और ऊर्जा का संदेश दिया।

भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद का प्रथम आचार्य माना जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान धन्वन्तरि आयुर्वेद के प्रथम आचार्य माने जाते हैं, जिन्होंने मानवता को स्वस्थ एवं दीर्घ जीवन का मार्ग दिखाया। उन्होंने कहा कि धनतेरस सिर्फ धन की पूजा का त्योहार नहीं है, बल्कि यह हमें शरीर, मन और आत्मा की पवित्रता बनाए रखने की प्रेरणा भी देता है।

धन्वंतरि का संदेश “स्वास्थ्य ही जीवन का सच्चा धन है”

डॉ. मोहन यादव ने कहा कि एलोपैथी, आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान एक दूसरे के पूरक हैं, प्रतिस्पर्धी नहीं। जहां एलोपैथी तुरंत राहत देती है, वहीं आयुर्वेद बीमारियों को शरीर से जड़ से खत्म कर देता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान धन्वंतरि का संदेश केवल औषधियों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उनका संदेश है कि “स्वास्थ्य ही जीवन का सच्चा धन है।” उन्होंने कहा कि आयुर्वेद ने हमें सिखाया है कि प्रकृति के अनुरूप खान-पान, दिनचर्या और जीवन जीने से बीमारियाँ अपने आप दूर रहती हैं। भगवान धन्वंतरि की शिक्षाएं आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी हजारों साल पहले थीं।

आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा के बीच अनुसंधान को प्रोत्साहन

मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा के बीच शोध को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि दोनों की श्रेष्ठता समाज हित में उपयोगी हो सके। उन्होंने कहा कि धनतेरस का यह त्योहार हमें याद दिलाता है कि शरीर, मन और प्रकृति का संतुलन ही सच्चा धन है।

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