Datia एक्सीडेंट न्यू: मध्य प्रदेश के दतिया जिले में सड़क हादसे लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में बढ़ती दुर्घटनाएं चिंता का विषय बनी हुई हैं. शहर में रतनगढ़ माता मेले के चलते सेवढ़ा दतिया रोड पर वाहनों का जमावड़ा रहता है और ओवरटेक करने के कारण ये हादसे हो रहे हैं। जिला प्रशासन के सभी अधिकारी मेले में व्यस्त हैं, जिसके कारण कर्मचारियों की भारी कमी है, इसलिए सड़क दुर्घटनाएं ही हो रही हैं.
शहर में अब तक कितने हादसे हुए?
दतिया दुर्घटना समाचार ताजा मामला: आज दोपहर धीरपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम ग्यारा मील के पास एक ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई, जबकि थरेट थाना क्षेत्र के ग्राम सेंथरी के पास एक ऑटो वाहन पलट गया। गाड़ी में सवार करीब 8 लोग घायल हो गए और गाड़ी करीब एक घंटे तक सड़क पर पड़ी रही। पंडोखर थाना क्षेत्र में एक पिकअप वाहन पलट गया. हादसे में एक शख्स की मौत हो गई है और 17 लोग घायल हो गए हैं. ऐसा ही एक और मामला धीरपुरा थाना क्षेत्र के जीरा मील से आया है, जहां श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से 7 लोग घायल हो गए हैं. घायलों को मामूली चोटें आई हैं। जानकारी के मुताबिक, अब तक रतनगढ़ माता मेले से लौट रहे तीन वाहन पलट चुके हैं।
घटनाओं में जिम्मेदार अधिकारियों की निष्क्रियता
दतिया दुर्घटना समाचार एक तरफ सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं तो दूसरी तरफ प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी मेले में व्यस्त हैं। जिसके कारण घायल अब भगवान भरोसे हैं. हालांकि, उसने खुद को गांव का सुरक्षा गार्ड बताकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। सेंथरी पर हुए हादसे में इंदरगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार अनूप जाट ने जबरदस्त भूमिका निभाई और सभी घायलों को तुरंत अपने निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाया. हालांकि किसी को गंभीर चोट नहीं आई, कुछ लोगों को मामूली चोटें आईं।
कब सुधरेगी प्रशासन की लापरवाही?
इस पूरे घटनाक्रम में प्रशासन की लापरवाही जरूर दिखी कि सड़क पर गश्त की कोई व्यवस्था नहीं है. जिला प्रशासन के सभी आला अधिकारी रतनगढ़ मेले में व्यस्त हैं. सभी पुलिस स्टेशनों में स्टाफ की भारी कमी है, जिसके कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं. सड़कों पर निगरानी की कमी के कारण ये घटनाएं बढ़ रही हैं. यदि वाहनों की गति नियंत्रित करने के लिए सर्चिंग टीम तैनात की गई होती तो घटनाएं नहीं होतीं।