डबरा: पिछले 24 घंटों में बेमौसम बारिश और सड़क हादसों से डबरा इलाके में जनजीवन खासा प्रभावित हुआ है. एक ओर जहां बारिश के कारण किसानों की धान की फसल बर्बाद हो गई है, वहीं दूसरी ओर नेशनल हाईवे 44 पर दो अलग-अलग हादसों में एक व्यक्ति की जान चली गई और लाखों का सामान जलकर राख हो गया.
बारिश ने तोड़ी किसानों की कमर, मुआवजे की मांग
बेमौसम भारी बारिश ने किसानों के सपनों पर पानी फेर दिया है. खेतों में कटाई के लिए तैयार खड़ी धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है, जिससे किसान चिंतित हैं. किसानों का कहना है कि उन्होंने बड़ी मुश्किल से खाद-बीज की व्यवस्था कर खेती की थी, लेकिन इस बारिश ने उनकी सारी मेहनत पर पानी फेर दिया.
इस स्थिति को देखते हुए किसान संगठन (टिकैत) के पदाधिकारियों ने सक्रियता दिखाई है और सरकार से तत्काल सर्वे कराने की मांग की है. उन्होंने प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा देने की अपील की है ताकि उनकी आर्थिक स्थिति को कुछ सहारा मिल सके.
NH-44 पर हादसों का दिन, एक ड्राइवर की मौत
नेशनल हाईवे 44 पर डबरा बायपास के पास सुबह करीब 4 बजे दर्दनाक हादसा हो गया। तेज रफ्तार आईएस कार ने बस को पीछे से टक्कर मार दी. टक्कर इतनी भीषण थी कि आइसर चालक की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान आगरा निवासी के रूप में हुई है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
एक अन्य घटना में, एनएच-44 पर कुक्कू ढाबा के पास शॉर्ट सर्किट के कारण आलू से भरे ट्रक में आग लग गई. आग की लपटें उठते ही ड्राइवर ने समझदारी दिखाई और ट्रक से कूदकर अपनी जान बचाई. फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक ट्रक और उसमें लदी आलू की बोरियां जल चुकी थीं। पुलिस ने जले ट्रक को हाईवे से हटवाकर यातायात सुचारू कराया।
बांधों का जलस्तर बढ़ा, दो गेट खोले गए
लगातार बारिश के कारण इलाके के बांधों का जलस्तर भी बढ़ गया है. पिछले 24 घंटों में हरसी बांध का जलस्तर 80% से बढ़कर 82% हो गया है. बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर अपर ककाटो बांध के दो गेट खोल दिए हैं, जिससे हरसी बांध में पानी का प्रवाह और बढ़ने की संभावना है.
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट



