इंदौर (मध्य प्रदेश), 22 अक्टूबर (भाषा) इंदौर में किन्नरों के गुटीय विवाद के तूल पकड़ने के बाद किन्नर अखाड़े के प्रमुख लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने बुधवार को इस समुदाय के एक स्थानीय शिविर के सदस्यों को अपनी जान के लिए खतरा बताया और उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विवाद ने 15 अक्टूबर की रात को एक घातक मोड़ ले लिया, जब ट्रांसजेंडरों के नंदलापुरा शिविर के अंदर इसके 24 सदस्यों ने कथित तौर पर आत्महत्या करने के इरादे से फिनाइल पी लिया, हालांकि, समय पर अस्पताल ले जाने पर उनकी जान बच गई।
नंदलालपुरा डेरा के सदस्यों का आरोप है कि उन्होंने ट्रांसजेंडर विरोधी समूह की प्रमुख सपना हाजी और उनके सहयोगियों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी.
किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी नंदलालपुरा डेरा के ‘गद्दीपति’ (प्रमुख) भी हैं। इस डेरे पर सपना हाजी गुट से पैसों के लेन-देन और वर्चस्व को लेकर विवाद चल रहा है.
त्रिपाठी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इस विवाद के कारण उनके खेमे के सदस्यों को जान का खतरा है. उन्होंने कहा, “हम जल्द ही इस धमकी के बारे में पुलिस से औपचारिक शिकायत करेंगे।” पुलिस को नंदलापुरा डेरा के सदस्यों को सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए.
किन्नर अखाड़े के प्रमुख ने कहा कि फिनाइल कांड के बाद सपना हाजी को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन उसके तीन सहयोगी इस घटना के एक हफ्ते बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. उन्होंने कहा कि इन तीनों फरार आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए.
पंढरीनाथ पुलिस थाना प्रभारी अजय राजौरिया ने कहा कि सपना हाजी के अलावा, सपना हाजी, उनके सहयोगी राजा हाशमी और खुद को पत्रकार बताने वाले दो लोगों – पंकज जैन और अक्षय कुमाऊं के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि सपना हाजी को 16 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि तीन अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
थाना प्रभारी ने कहा, ”हाशमी, जैन और कुमाऊं की गिरफ्तारी के लिए 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है.” हमारी टीमें लगातार तीनों आरोपियों की तलाश कर रही हैं.
भाषा हर्ष मनीषा
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