जबलपुर: जबलपुर समाचार, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अतुल श्रीधरन अपने स्थानांतरण के अवसर पर आयोजित विदाई समारोह में भावुक दिखे। उनका तबादला इलाहाबाद हाई कोर्ट में कर दिया गया है. इस मौके पर जस्टिस श्रीधरन ने मशहूर शायर राहत इंदौरी का एक मशहूर शेर सुनाकर सबकी आंखों में आंसू ला दिए-
“जो आज साहिब-ए-मसनद हैं वो कल नहीं होंगे,
हम किरायेदार हैं और हमारा घर छोटा है।”
जस्टिस श्रीधरन जबलपुर हाईकोर्ट में अपने बेबाक और न्यायपूर्ण फैसलों के लिए जाने जाते रहे हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण मामलों में स्वत: संज्ञान लेकर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे.
हाल ही में उन्होंने दमोह में एक युवक को पैर धोने के बाद पानी पिलाने की घटना पर भी स्वत: संज्ञान लिया था. इससे पहले उन्होंने कर्नल सोफिया कुरैशी के अपमान के मामले में भी सख्त रुख अपनाया था और मंत्री विजय शाह समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर के निर्देश दिए थे.
जबलपुर बार एसोसिएशन और कोर्ट के कर्मचारियों ने जस्टिस श्रीधरन को उनके तबादले पर बधाई दी है. उनके विदाई समारोह में कई जज, वकील और अधिकारी मौजूद थे.



