खंडवा: एमपी न्यूज़ मध्य प्रदेश के खंडवा में एक मदरसे में इमाम के कमरे से 20 लाख रुपये के नकली नोट मिले. इसके बाद कई सवाल उठने लगे. मसलन, राज्य में 20 लाख रुपये के नकली नोट कैसे आये? मदरसे के इमाम के कमरे तक कैसे पहुंचें? क्या किसी सिंडिकेट के जरिए नकली नोटों की सप्लाई की जा रही है? क्या इसका आतंकवाद से कोई संबंध है? सवाल यह भी है कि वर्षों तक सिमी का गढ़ रहे खंडवा और बुरहानपुर एक बार फिर अवैध गतिविधियों को लेकर सुर्खियों में हैं, तो क्या यह सिस्टम की विफलता नहीं है? सवाल ये भी है कि क्या इतनी बड़ी मात्रा में नकली नोट मिलने के बाद मदरसों की जांच नहीं होनी चाहिए.
एमपी न्यूज़ खंडवा जिले के एक मदरसे में 19 लाख 78 हजार रुपये के नकली नोट मिलने के बाद पुलिस एक्शन में है. मामले में एसआईटी का गठन किया गया है, जिसमें एएसपी, डीएसपी और जावर थाना प्रभारी शामिल हैं. आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में है. वहीं, मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. विश्व हिंदू परिषद ने राज्य के सभी मदरसों की व्यापक जांच की मांग की है. साथ ही आरोप लगाया कि लव जिहाद और अन्य गतिविधियों के लिए फंडिंग की जा रही है.
मामले में राजनीति भी शुरू हो गई
मदरसे में मिले नकली नोटों के मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है. बीजेपी के मुताबिक मदरसे देश विरोधी गतिविधियों का केंद्र बनते जा रहे हैं, वहीं कांग्रेस इसे डबल इंजन सरकार की विफलता बता रही है. पूरे प्रकरण को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के अलावा कई सवाल उठ रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या खंडवा के मदरसों में देश विरोधी साजिश रची जा रही है? क्या बरामद नकली नोटों का कोई आतंकी कनेक्शन है? सवाल यह भी है कि क्या नकली नोट मिलने के बाद मदरसे भी जांच के दायरे में आएंगे?


                                    
