भोपाल: MP News: ये आक्रोश, झूमाझटकी और भारी हंगामा एमपी के शाजापुर का है. जो खाद की होम डिलीवरी के पायलट प्रोजेक्ट का हिस्सा है. रबी की बुआई का मौसम नजदीक आते ही एक बार फिर खाद को लेकर मारामारी शुरू हो गई है। शाजापुर में यूरिया नहीं मिलने से नाराज किसानों ने हाईवे जाम कर हंगामा किया. टंकी चौराहा स्थित सोसायटी पर भी पथराव किया गया।
MP News: एक तरफ जहां प्रदेश में खाद संकट जारी है. किसान परेशान हैं. इस बीच मोहन सरकार विदिशा, शाजापुर और जबलपुर जिलों में खाद की होम डिलीवरी का पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने की तैयारी कर रही है.
जहां बीजेपी सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाने और पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने का दावा कर रही है, वहीं कांग्रेस ने सरकार के पायलट प्रोजेक्ट पर तंज कसते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने अब तक खाद के लिए लाइनें लगवाई हैं और हर घर तक डंडे पहुंचाए हैं. अब वह एक पायलट प्रोजेक्ट लेकर आई हैं
कुल मिलाकर राज्य में खाद को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां खुद को किसानों का सच्चा हितैषी साबित करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन सवाल ये है कि जब तमाम नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियां और गांवों में फूड डिलीवरी कंपनियां समय पर डिलीवरी नहीं कर पा रही हैं. ऐसे में सरकार किसानों तक खाद कैसे पहुंचाएगी? सवाल यह भी है कि राज्य की सरकारी खाद दुकानों में खाद की कमी है, ऐसे में खाद की उपलब्धता के बजाय होम डिलीवरी की परियोजना कितनी कारगर होगी? सवाल यह भी है कि खाद संकट से निजात मिले बिना खेती कैसे लाभ का धंधा बनेगी? और अन्नदाता की आय कैसे दोगुनी होगी?



