इंदौर. इंदौर क्राइम ब्रांच ने एक शातिर जालसाज को गिरफ्तार किया है, जो खुद को पुलिसकर्मी बताकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने की कोशिश कर रहा था. आरोपी की पहचान देवास निवासी अजय पाटीदार के रूप में हुई है। वह एक लड़की को बिना परीक्षा के पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 6 लाख रुपये की मांग कर रहा था.
रविवार को मामले का खुलासा करते हुए क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि कुछ दिन पहले एक लड़की ने शिकायत दर्ज कराई थी. लड़की के मुताबिक, एक शख्स ने खुद को पुलिस कांस्टेबल बताकर उससे फोन पर संपर्क किया। उसने दावा किया कि वह उसे बिना किसी परीक्षा के पुलिस में भर्ती करवा सकता है, जिसकी कीमत 6 लाख रुपये होगी।
तकनीकी जांच के जरिए आरोपी को पकड़ा गया
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. पुलिस टीम ने शिकायतकर्ता द्वारा दिए गए फोन नंबर और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी की लोकेशन का पता लगाया। लोकेशन देवास जिले में मिली तो पुलिस टीम वहां भेजी गई।
टीम ने आरोपी अजय पाटीदार को देवास से हिरासत में ले लिया. जब उसे इंदौर लाया गया और सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
लड़कियों को प्रभावित करने के लिए जालसाज ने रचा जाल!
पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसका मकसद लड़कियों से दोस्ती कर उन्हें प्रभावित करना था. इसी इरादे से वह खुद को पुलिस कांस्टेबल बताकर उनसे बात करता था। डीसीपी राजेश त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि इस मामले में आरोपी और पीड़ित के बीच किसी भी तरह का कोई वित्तीय लेनदेन नहीं हुआ था। पुलिस ने समय रहते उसे पकड़ लिया.
पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि अजय पाटीदार का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है. उसके खिलाफ देवास जिले में जुआ एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत दो मामले दर्ज हैं। इसके अलावा इंदौर के आजादनगर थाने में भी उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है. फिलहाल क्राइम ब्रांच आरोपी से विस्तार से पूछताछ कर रही है कि उसने और कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है.
सुनिए पुलिस ने क्या कहा
शकील अंसारी, इंदौर



