खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक मदरसे से भारी मात्रा में नकली नोट बरामद होने से हड़कंप मच गया है. जावर थाना क्षेत्र के एक गांव स्थित इस मदरसे से अब तक 15 लाख रुपये से ज्यादा के नकली नोट मिल चुके हैं. इस मामले में मुख्य आरोपी मस्जिद का इमाम है, जिसे महाराष्ट्र पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
यह पूरा मामला एक अंतरराज्यीय रैकेट की ओर इशारा कर रहा है, जिसके तार महाराष्ट्र से लेकर मध्य प्रदेश तक जुड़े हुए हैं.
महाराष्ट्र से खुला राज!
इस रैकेट का खुलासा तब हुआ जब महाराष्ट्र के मालेगांव में पुलिस ने जुबेर के पिता अशरफ अंसारी और उसके एक साथी को 10 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ पकड़ा. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में जुबेर ने बताया कि वह खंडवा के पैठियान (मछौरी रैयत) गांव की मस्जिद में इमाम है.
यह जानकारी मिलते ही महाराष्ट्र पुलिस ने खंडवा पुलिस को अलर्ट कर दिया। सूचना के आधार पर खंडवा पुलिस की एक टीम ने तुरंत मदरसे पर छापा मारा और तलाशी अभियान शुरू किया.
मदरसे के कमरे में नोटों का ढेर
पुलिस के मुताबिक आरोपी जुबेर मदरसे की ऊपरी मंजिल पर किराए के कमरे में रहता था. पुलिस ने जब उसके कमरे की तलाशी ली तो वहां से नकली नोटों के कई बंडल बरामद हुए.
शुरुआती गिनती में 12 लाख रुपये के नकली नोट गिने गए, लेकिन पुलिस का अनुमान है कि कुल रकम 16 लाख रुपये से ज्यादा हो सकती है. नोटों की गिनती और जांच की प्रक्रिया अभी भी जारी है.
बड़े नेटवर्क की आशंका, जांच तेज
पुलिस ने बताया कि आरोपी जुबेर मूलतः बुरहानपुर जिले के हरिपुरा इलाके का रहने वाला है. पुलिस को संदेह है कि वह एक बड़े तस्करी नेटवर्क का हिस्सा है जो मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में नकली नोटों की आपूर्ति करता है। फिलहाल पुलिस जुबेर और उसके साथियों से पूछताछ कर रही है ताकि इस रैकेट की पूरी सप्लाई चेन और इसमें शामिल अन्य लोगों का पर्दाफाश किया जा सके.



