जब भी बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद का मुद्दा उठता है तो सोशल मीडिया और फैंस अपनी-अपनी राय जाहिर करने लगते हैं। लेकिन इस बार इस विषय पर खुद इंडस्ट्री की टॉप एक्ट्रेस करीना कपूर खान ने बहुत साफ, ईमानदार और गहरी बात कही है. उनके शब्दों में न सिर्फ अनुभव झलकता है बल्कि उनमें एक सच्चाई भी है जिसे हर नए अभिनेता को समझना जरूरी है।
दो दशकों से हिंदी फिल्म उद्योग का एक महत्वपूर्ण चेहरा रहीं करीना कपूर का मानना है कि स्टार किड होने से निश्चित रूप से कुछ दरवाजे खुलते हैं। लेकिन ये भी उतना ही सच है कि करियर बनाने की असली लड़ाई हर एक्टर को खुद ही लड़नी पड़ती है. हाल ही में वी द वुमेन कार्यक्रम में शामिल हुईं करीना ने जो बातें कहीं, उससे एक बार फिर साबित हो गया कि स्टारडम से ज्यादा टैलेंट, मेहनत और लोगों का प्यार मायने रखता है।
नेपोटिज्म पर करीना कपूर की बेबाकी
करीना कपूर ने इंटरव्यू में सबसे पहले यह स्वीकार किया था कि कपूर परिवार में जन्म लेना उनके लिए सौभाग्य की बात है। इससे उन्हें फिल्म इंडस्ट्री को समझने का मौका मिला, लोग उन्हें जानने लगे और शुरुआती फिल्में मिलने की राह थोड़ी आसान हो गई।
लेकिन इसके बाद उन्होंने जो कहा वह इस चर्चा की असली ताकत बन गई. उन्होंने कहा कि नेपोटिज्म से आप डेब्यू तो कर सकते हैं, लेकिन करियर नहीं बना सकते. करियर प्रतिभा, कड़ी मेहनत और निरंतर प्यार पर बनता है। उपनाम आपको स्टार नहीं बनाता, बल्कि दर्शक बनाता है।
कपूर खानदान के नाम के फायदे और बोझ
करीना ने यह भी कहा कि कपूर परिवार जैसी फिल्म विरासत में पैदा होना एक सम्मान की बात है, लेकिन यह एक बड़ी जिम्मेदारी भी है। उन्होंने कहा कि दर्शक हमेशा स्टार किड्स से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं. ऐसे में अगर लोगों को उनका काम पसंद न आए तो आलोचना भी उतनी ही बड़ी होती है.
करीना ने स्वीकार किया कि शुरुआती अवसर उन्हें आसानी से मिले लेकिन 20 साल तक जीवित रहना सिर्फ उनके नाम के कारण नहीं था। खुद में निरंतर सुधार लाना ही उनकी सबसे बड़ी कुंजी थी। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी फिल्में फ्लॉप भी हुई हैं और उनकी आलोचना भी हुई है. लेकिन काम की निरंतरता और खुद पर विश्वास उन्हें यहां तक ले आया।
आदर जैन का बयान- ‘करीना-रणबीर के कजिन होने से कुछ हासिल नहीं’
करीना कपूर के चचेरे भाई और एक्टर आदर जैन ने भी हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में नेपोटिज्म पर खुलकर बात की। आदर ने कहा कि लोग सोचते हैं कि नेपोटिज्म से उन्हें 50 फिल्में मिल जाती हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। मैं रणबीर और करीना का चचेरा भाई हूं, इसलिए मुझे न तो ब्रांड डील मिलती हैं और न ही फिल्मों के ऑफर की कतार लगती है। उन्होंने खुद को भाई-भतीजावाद का उत्पाद मानने से भी इनकार कर दिया। आदर के मुताबिक, इंडस्ट्री में चाहे कोई भी स्टार किड हो या आउटसाइडर, हर किसी को अपने दम पर दिखाना होगा कि वह क्या कर सकता है।
करीना कपूर का वर्क फ्रंट
करीना कपूर की लोकप्रियता आज भी उतनी ही है जितनी उनकी पहली फिल्म के समय थी। फैंस उन्हें आए दिन मुंबई में स्पॉट करते हैं और उनकी हर पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो जाती है. वर्कफ्रंट की बात करें तो करीना को आखिरी बार रोहित शेट्टी की कॉप यूनिवर्स फिल्म ‘सिंघम रिटर्न्स’ में अवनि कामत की भूमिका निभाते हुए देखा गया था। यह फिल्म 2024 में रिलीज हुई थी और इसने बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई की थी.
इसके अलावा करीना कई नई फिल्मों की तैयारी कर रही हैं, नेटफ्लिक्स के लिए एक बड़ी क्राइम-ड्रामा सीरीज़, एक रियल लाइफ थ्रिलर फिल्म, करण जौहर के प्रोडक्शन में एक फैमिली ड्रामा, करीना की स्क्रीन प्रेजेंस और फैन फॉलोइंग आज भी उतनी ही दमदार है। यही वजह है कि फैंस उनके हर प्रोजेक्ट का बेसब्री से इंतजार करते हैं।



