छिंदवाड़ा (मप्र), चार नवंबर (भाषा) मध्य प्रदेश में कथित तौर पर 24 बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार कफ सिरप मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने आरोपी डॉक्टर प्रवीण सोनी की पत्नी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है।
छिंदवाड़ा के रहने वाले डॉ. सोनी ने कथित तौर पर ज्यादातर बीमार बच्चों को मिलावटी कफ सिरप ‘कोल्ड्रिफ’ दिया था. किडनी फेल होने से बच्चों की मौत के मामले में लापरवाही के आरोप में उन्हें पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था.
अनुविभागीय पुलिस अधिकारी एवं एसआईटी प्रमुख जितेंद्र जाट ने बताया कि डॉ. सोनी की पत्नी ज्योति सोनी को सोमवार रात छिंदवाड़ा जिले के परासिया कस्बे स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया. इस मामले में ज्योति सोनी एक अन्य आरोपी हैं.
उसने बताया कि वह एक मेडिकल दुकान की मालकिन है जहां से कई पीड़ितों को कफ सिरप बेचा जाता था.
उन्होंने कहा कि कफ सिरप मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
बच्चों की मौत के बाद तमिलनाडु सरकार ने कफ सिरप बनाने वाली कंपनी ‘श्रासन फार्मा’ का लाइसेंस रद्द कर दिया है.
गिरफ्तार किए गए लोगों में श्रेसन फार्मा के मालिक जी. रंगनाथन, मेडिकल प्रतिनिधि सतीश वर्मा, केमिस्ट के. माहेश्वरी, थोक विक्रेता राजेश सोनी और मेडिकल स्टोर फार्मासिस्ट सौरभ जैन शामिल हैं।
कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने से मध्य प्रदेश के 24 बच्चों की किडनी फेल होने से मौत हो गई। इनमें से अधिकतर बच्चे पांच साल से कम उम्र के थे.
पड़ोसी राज्य राजस्थान में भी कफ सिरप पीने से कम से कम तीन बच्चों की मौत हो गई.
इस त्रासदी के बाद, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत में पहचाने गए तीन “घटिया” मौखिक कफ सिरप – कोल्ड्रिफ, रेस्पिफ्रेश और रिलाइफ के खिलाफ अलर्ट जारी किया था।
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