इंदौर, तीन नवंबर (भाषा) मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में जाल में फंसने के बाद घायल मादा तेंदुए को वन विभाग ने सोमवार को ऑपरेशन चलाकर बचाया और अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
इंदौर के रालामंडल अभयारण्य के अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओ) योहान कटारा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि मादा तेंदुआ जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर तीखी पहाड़ी की तलहटी में झाड़ियों में लगाए गए जाल में फंस गई थी।
उन्होंने बताया कि मोटरसाइकिल के क्लच वायर से बनाया गया यह फंदा राजस्व क्षेत्र में मानव बस्ती के पास लगाया गया था.
एसडीओ ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने एक घंटे तक चले ऑपरेशन के दौरान मादा तेंदुए को बेहोश कर सुरक्षित बचा लिया.
कटारा ने कहा, “मादा तेंदुए की उम्र पांच से छह साल के बीच है। वह रात में फंदे में फंस गई थी। फंदे से खुद को छुड़ाने की कोशिश में उसके शरीर पर खरोंचें आ गईं और उसके पिछले एक पैर में चोट लग गई।”
उन्होंने बताया कि घायल जंगली जानवर को इलाज के लिए इंदौर चिड़ियाघर लाया गया है और ठीक होने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा.
एसडीओ ने बताया कि मादा तेंदुए को फंसाने के मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज किया गया है और विस्तृत जांच की जा रही है.
वन विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि जंगलों से सटे गांवों में किसान अपनी फसलों को जंगली सूअरों से बचाने के लिए जाल बिछाते हैं और अक्सर अन्य जंगली जानवर भी उनमें फंस जाते हैं।
अधिकारी ने बताया कि वन विभाग इस संदेह की भी जांच कर रहा है कि जिस जाल में मादा तेंदुआ फंसकर घायल हुई, वह जाल किसी शिकारी ने तो नहीं लगाया था.
भाषा हर्ष नोमान
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