भिंड, 21 अक्टूबर (भाषा) मध्य प्रदेश के भिंड जिले में 25 वर्षीय एक दलित युवक का अपहरण कर लिया गया, उसे पीटा गया और फिर उसे कथित तौर पर पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा कि प्रथम दृष्टया मुख्य आरोपी ने दलित युवक को इसलिए प्रताड़ित किया क्योंकि उसने उसके लिए ड्राइवर का काम करना छोड़ दिया था.
उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव पाठक ने कहा कि शिकायतकर्ता के अनुसार, तीन लोगों ने सोमवार को ग्वालियर से उसका अपहरण कर लिया और उसे एक वाहन में भिंड ले आए, जहां उसे पीटा गया और पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया.
पीड़िता भिंड के सुरपुरा थाना क्षेत्र के आकुतपुरा गांव की रहने वाली है.
उन्होंने कहा, ”पुलिस ने सुरपुरा थाने में मामला दर्ज कर तीन आरोपियों सोनू बरुआ, आलोक शर्मा और छोटू ओझा को गिरफ्तार कर लिया.”
पाठक ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, अपहरण, मारपीट और अमानवीय व्यवहार के तहत मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने बताया कि पीड़ित फिलहाल जिला अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका इलाज चल रहा है.
पीड़ित युवक का आरोप है कि उसे ग्वालियर के दीनदयाल नगर स्थित ससुराल से जबरन उठाकर बोलेरो गाड़ी में भिंड लाया गया. उन्होंने पत्रकारों को बताया कि इस दौरान उन्हें प्लास्टिक पाइप से पीटा गया और रास्ते में कार रोककर आरोपियों ने बोतल में पेशाब भरकर उसे पीने के लिए मजबूर किया.
पीड़ित ने बताया कि इसके बाद तीनों आरोपी उसे अकूटपुरा गांव में ले आए और लोहे की जंजीर से बांध दिया और फिर से पेशाब पिलाया.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता पहले दतावली गांव के रहने वाले सोनू बरुआ की बोलेरो चलाती थी और कुछ दिन पहले उसने गाड़ी चलाना बंद कर दिया था.
उन्होंने बताया कि इससे नाराज होकर सोनू बरुआ ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया.
भाषा सं.ब्रजेन्द्र जीतेन्द्र
जितेंद्र