मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है. वीडियो में कुछ युवक एक युवक को बेरहमी से घसीटते और लाठियों से पीटते नजर आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि युवकों का समूह युवक को तब तक पीटता रहा जब तक वह बेहोश नहीं हो गया और फिर उसे मरणासन्न हालत में छोड़कर भाग गए.
बताया जाता है कि इस दौरान गोली भी चली जो पिटे युवकों की टोली में शामिल एक युवक को लगी, जिससे वह भी घायल हो गया. अब खास बात यह है कि पुलिस ने पीटे गए युवक को हत्या के प्रयास का आरोपी बना लिया है, इसके बाद पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में है, लोग पूछ रहे हैं कि क्या मरता हुआ युवक गोली चला सकता है?
युवक को घसीट-घसीट कर मार डाला, वीडियो वायरल
मध्य प्रदेश के मुरैना से गुजरने वाले हाईवे-44 का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें युवकों का एक समूह अचानक दो युवकों पर लाठियों से हमला कर देता है. एक युवक तो किसी तरह भागने में सफल हो जाता है लेकिन दूसरा युवक युवकों के हत्थे चढ़ जाता है और युवक उसे लाठियों से पीटना शुरू कर देते हैं. युवकों की टोली युवक को खींचकर ले जाती है और तब तक पीटती रहती है जब तक वह बेहोश नहीं हो जाता. हालांकि कुछ युवक उसे रोकने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं, लेकिन पीटने वाले नहीं रुकते और फिर युवक उसे मरणासन्न हालत में छोड़कर भाग जाते हैं.
घटना के दौरान चली गोली, पिटाई करने वाला युवक घायल
पीटने वाले युवक का नाम शुभम गुर्जर बताया जा रहा है, जबकि शुभम को पीटने वालों का नाम देवेन्द्र गुर्जर और उसके साथी बताए जा रहे हैं, इस घटना में खास बात यह है कि जब देवेन्द्र अपने साथियों के साथ मिलकर शुभम को बेरहमी से पीट रहा था, तभी गोली चल गई जो देवेन्द्र को लगी और वह घायल हो गया, गोली उसके सीने में लगी। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है. उन्हें पहले ग्वालियर और फिर दिल्ली रेफर किया गया।
पुलिस ने लाठी से पीटने वाले को ही आरोपी बना लिया
इस पूरे मामले में मुरैना के सरायछौला थाना पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं. कारण यह है कि पुलिस ने देवेन्द्र और उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बजाय लाठी-डंडों से पीटकर घायल हुए शुभम और पांच अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है. अब लोग पूछ रहे हैं कि सड़क पर बेहोश पड़ा युवक गोली कैसे चला सकता है?
घटना के पीछे कोई पुराना विवाद है
यह पूरी घटना 21 अक्टूबर की बताई जा रही है, बताया जा रहा है कि सरायछोला थाना क्षेत्र के देवपुरी के पास स्विफ्ट कार में शुभम गुर्जर अपने दोस्तों के साथ धौलपुर जा रहा था. तभी रास्ते में देवेन्द्र गुर्जर और उसके दोस्तों ने उसे रोका और कार से नीचे उतार लिया। उनके बीच झगड़ा होने लगा, जब झगड़ा बड़ा तो शुभम के दोस्त भागकर छिप गए। घटना के पीछे दोनों के बीच पुराना विवाद बताया जा रहा है।
हाईवे पर आमने-सामने फिर मारपीट हो गई
बताया जा रहा है कि सरायछोला थाना इलाके में देवपुरी के पास स्विफ्ट कार में शुभम गुर्जर अपने दोस्तों के साथ धौलपुर जा रहा था. तभी उसका रास्ता देवेन्द्र उर्फ गीताराम गुर्जर व उसके साथियों ने रोक लिया। उन्होंने उसे कार से नीचे उतार लिया, जब झगड़ा बढ़ गया तो शुभम के दोस्त भाग गए और वहीं कहीं छिप गए। देवेन्द्र और अन्य लोग उसे बेरहमी से पीटते रहे, वह हाथ जोड़कर छोड़ने की विनती करता रहा लेकिन देवेन्द्र नहीं रुका और फिर जब देवेन्द्र उसे पीटने के बाद जाने लगा तो वहां गोली चल गयी जिससे देवेन्द्र घायल हो गया।
पुलिस का अजीब तर्क
अब इस पूरे मामले में सरायछौला थाना पुलिस ने शुभम और उसके साथियों पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया है, जिन्होंने उसे लाठियों से पीटा, जबकि उसका पैर फ्रैक्चर हो गया, लेकिन पुलिस ने इलाज के बाद उसे जेल भेज दिया, पुलिस का तर्क है कि देवेन्द्र को गोली लगी थी, वह गंभीर रूप से घायल है, इसलिए उसका रिकॉर्ड शुभम से ज्यादा है, लेकिन पुलिस के पास इसका जवाब नहीं है कि जब शुभम घायल अवस्था में पड़ा था तो वह गोली कैसे चला सकता था, क्या पुलिस ने उसे गोली चलाते देखा था, जिसे उन्होंने अंजाम दिया. आरोपी। जेल भेजो बहरहाल, अब यह मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आ गया है तो देखना होगा कि क्या कार्रवाई होती है.
मुरैना से नितेंद्र शर्मा की रिपोर्ट



