मुंबई नगर निगम यानी बीएमसी चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने तैयारियां तेज कर दी हैं. कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह सभी 227 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी और पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी. इसके बाद शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे का बड़ा बयान सामने आया है. रविवार को उद्धव ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस चाहे किसी भी तरह से चुनाव लड़े, ये उनका फैसला है और उसी तरह उनकी पार्टी भी अपने फैसले खुद लेगी. कांग्रेस ने पहले संकेत दिया था कि वह बीएमसी चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ने की तैयारी कर रही है।
आपको बता दें कि यह फैसला ऐसे समय आया है जब महाराष्ट्र में महायुति दलों के बीच मतभेद की खबरें सामने आ रही हैं. महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के शामिल होने से घटक दलों के नेताओं के बीच मतभेद उभर रहे हैं. राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस को शामिल किए जाने पर कांग्रेस के कुछ नेताओं ने नाराजगी जताई है.
कांग्रेस के इस कदम से महाविकास अघाड़ी के भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं. एमवीए में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी (एसपी) शामिल हैं। चर्चा थी कि उद्धव गुट के कुछ नेता भी बीएमसी चुनाव अकेले लड़ने के पक्ष में हैं. वहीं, हाल के दिनों में उद्धव और राज ठाकरे की नजदीकियां चर्चा में हैं. दोनों नेताओं को कई कार्यक्रमों में एक साथ देखा गया.
कांग्रेस एक स्वतंत्र पार्टी है-उद्धव ठाकरे
एक तरफ बिहार में कांग्रेस को हार मिली तो दूसरी तरफ बीएमसी अकेले चुनाव लड़ रही है. उद्धव ठाकरे ने कहा, कांग्रेस एक स्वतंत्र पार्टी है, वह अपने फैसले लेने के लिए स्वतंत्र है. और मेरी पार्टी भी पूरी तरह से स्वतंत्र है. उनके बयान से साफ है कि बीएमसी चुनाव को लेकर एमवीए के भीतर सभी फॉर्मूले तय हो चुके हैं और भविष्य की राजनीति में नए समीकरण भी बन सकते हैं.



