पटना
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद एनडीए के सहयोगी दलों के बीच सियासी हलचल तेज हो गई है. इस क्रम में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) आज अपने विधायक दल की अहम बैठक बुलाई है. यह बैठक पार्टी संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री ने की जीतन राम मांझी का पटना निवास 12 एम स्ट्रैंड रोड लेकिन सुबह 12 बजे से शुरू होगा.
बैठक का मकसद सिर्फ विधायक दल का नेता चुनना नहीं है, बल्कि नई सरकार में पार्टी की भूमिका, रणनीति और भविष्य की राजनीतिक दिशा भी तय करना है.
छह में से पांच सीटों पर जीत- हम पार्टी बनी एनडीए की मजबूत सहयोगी
इस बार विधानसभा चुनाव में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को एनडीए का समर्थन मिल रहा है. छह सीटें दिए गए थे, जिनमें से पार्टी पांच सीटों पर जीत हासिल की का। यह प्रदर्शन पार्टी के लिए काफी उत्साहवर्धक माना जा रहा है.
आज की बैठक में-
- विजयी विधायक
- हारने वाले उम्मीदवार
- राज्य के अधिकारी
सभी को शामिल किया जाएगा ताकि अगले कार्यकाल के लिए व्यापक रणनीति तैयार की जा सके.
बैठक में विधायक दल के नेता का चयन किया जाएगा
सूत्रों की मानें तो बैठक में हमारे विधायक दल के नेता का भी चयन किया जाएगा.
माना जा रहा है कि मुख्य रूप से दो नाम चर्चा में हैं-
- संतोष कुमार सुमन (जीतन राम मांझी के पुत्र)
- एक और वरिष्ठ विधायक
हालांकि, अंतिम फैसला जीतन राम मांझी की सहमति और पार्टी की सामूहिक राय से ही लिया जाएगा.
आगामी विधानसभा सत्र के लिए नीतिगत रणनीति पर चर्चा
आज की बैठक में इन मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होने वाली है:
- नए विधानसभा सत्र के लिए हमारी नीति
- प्रमुख सार्वजनिक मुद्दे
- क्षेत्रीय समस्याओं को सदन में उठाने की योजना
- सरकार में भागीदारी और मंत्री पद को लेकर रणनीति
- एनडीए के साथ समन्वय की रूपरेखा
पार्टी चाहती है कि पांचों विजयी विधायकों के जरिए उनकी आवाज विधानसभा में प्रभावी ढंग से गूंजे.
HAM की भूमिका पर बढ़ी चर्चा, मंत्री पद पर दावेदारी मजबूत!
सूत्रों के मुताबिक, हम पार्टी एक हैं मंत्री पद प्रबल दावेदार है.
जीतन राम मांझी पहले ही संकेत दे चुके हैं कि पार्टी के पास अनुभवी और योग्य विधायक हैं, जिनके जरिए सरकार में पार्टी की भूमिका और मजबूत होगी.
प्रमुख नाम हैं-
- संतोष कुमार सुमनजो पहले भी मंत्री रह चुके हैं
- एक और वरिष्ठ विधायक, जिनकी क्षेत्रीय पकड़ मजबूत बताई जाती है
पार्टी के भीतर समन्वय और एनडीए में भूमिका बढ़ाने पर भी चर्चा होगी.
बैठक का महत्व सिर्फ विधायक दल का नेता चुनने तक ही सीमित नहीं है.
यह बैठक आने वाले महीनों में होगी-
- एनडीए के अंदर हम पार्टी की भूमिका
- बीजेपी-जेडीयू-एलजेपी (आर) के साथ राजनीतिक समन्वय
- नई सरकार में भागीदारी की दिशा
- गठबंधन में संतुलन बनाए रखें
जैसे अहम मुद्दों पर भी इसका बड़ा असर पड़ सकता है.
सूत्र बताते हैं कि बैठक में पार्टी सांसदों और कई स्थानीय नेताओं को भी शामिल किया जा सकता है, ताकि संगठनात्मक स्तर पर एकता बरकरार रखी जा सके.
बैठक के बाद पार्टी की दिशा स्पष्ट हो सकती है
संभावना है कि बैठक ख़त्म होने के बाद-
- नए विधायक दल के नेता
- सरकार में हमारी संभावित भूमिका
- आगामी सत्र के लिए प्राथमिकता वाले मुद्दे
- संगठनात्मक परिवर्तन
जैसे कई अहम फैसलों की घोषणा हो सकती है.
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुलाकात पार्टी के लिए फायदेमंद होगी. मोड़ खुद को साबित कर सकती है और आने वाले कार्यकाल में अपनी भूमिका और प्रभाव को और मजबूत करेगी.
VOB चैनल से जुड़ें



