बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए वोटों की गिनती आज 14 नवंबर सुबह 8 बजे से यह शुरू किया जा चुका है। शुरुआती घंटों में सामने आए रुझानों ने पूरे चुनावी समीकरण को बदल दिया.
243 सीटों पर गिनती जारी है राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 207 सीटों पर आगे जबकि महगठबंधन ही है 31 सीटें लेकिन यह सिकुड़ता नजर आ रहा है.
इन नतीजों से साफ संकेत मिल रहा है कि बिहार में महागठबंधन साफ – सफाई होने जा रहा है।
एनडीए की ऐतिहासिक बढ़त- राज्य की राजनीति में बड़ा बदलाव
जैसे-जैसे रुझान आगे बढ़ते गए, एनडीए की बढ़त मजबूत होती गई.
- भाजपा
- जदयू
- लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)
- हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM)
- राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम)
ये सभी पार्टियां एक हो गईं दो तिहाई से भी ज्यादा बहुमत उपलब्धि का रास्ता साफ हो गया है.
राजनीतिक विशेषज्ञ इसे “बिहार के राजनीतिक इतिहास में निर्णायक मोड़“बता रहा हूँ.
एनडीए दफ्तरों में जश्न का माहौल-लड्डुओं, गुलाल और ढोल-नगाड़ों की गूंज
एनडीए की भारी बढ़त से पूरे बिहार में जश्न का माहौल है.
पटना, भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर समेत राज्य के सभी जिलों में एनडीए कार्यकर्ता और समर्थक खुशी-खुशी सड़कों पर उतर आये हैं.
पटना बीजेपी कार्यालय के बाहर का माहौल:
- बड़े-बड़े ढोलों की ध्वनि
- कार्यकर्ताओं का नृत्य और गीत
- एक-दूसरे को लड्डू खिलाकर खुशी का इजहार किया
- समर्थक एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर बधाई देते दिखे.
जश्न की ऐसी ही तस्वीरें जेडीयू, एलजेपी (रामविलास), हम और आरएलएम के दफ्तरों में भी दिख रही हैं.
महागठबंधन के दफ्तरों में गहरा सन्नाटा- राजद और कांग्रेस में निराशा
दूसरी ओर, राजद और कांग्रेस के दफ्तरों में मौन मौन यह फैला हुआ है.
- कोई गतिविधि नहीं
- न ही मीडिया को बयान
- कर्मियों की उपस्थिति नहीं
महागठबंधन के नेताओं के चेहरे पर निराशा और दबाव साफ दिख रहा है.
राजनीतिक समीक्षक इसे महागठबंधन की रणनीति की सबसे बड़ी विफलता बता रहे हैं.
क्या है एनडीए की इस तूफानी जीत की वजह?-ग्राउंड रिपोर्ट का संकेत
एनडीए की इस बड़ी जीत के कई प्रमुख कारण सामने आए हैं-
- मोदी-नीतीश की संयुक्त अपील
- महिलाओं के लिए भारी समर्थन
- एनडीए का ‘प्रदर्शन आधारित’ प्रचार अभियान
- विपक्ष की रणनीतिक भूल
- जातीय समीकरण से परे मतदान
- सुरक्षा, रोजगार और विकास एजेंडा
2025 के इस चुनाव में जातिगत समीकरणों से ज्यादा स्थिरता और विकास वोट मिलता दिख रहा है.
243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए की सरकार बनना अब लगभग तय हो गया है
रुझानों के अनुसार:
- एनडीए 207 सीटों पर आगे
- महज़ गठबंधन 31 पर
- “अन्य” श्रेणी में 5-6 सीटें
इन आंकड़ों के बाद यह लगभग साफ हो गया है कि एनडीए भारी बहुमत से सरकार बनाएगीऔर बिहार की राजनीति में एक बार फिर से “डबल इंजन” की वापसी होगी।
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