पटना
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राजद की करारी हार ने लालू परिवार की अंदरूनी राजनीति को पूरी तरह से हिला कर रख दिया है. हार के बाद लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य उनके भावुक बयान और परिवार से नाता तोड़ने के ऐलान से पार्टी में हंगामा मच गया है. उन्होंने तेजस्वी यादव के दो करीबियों पर आरोप लगाया- संजय यादव और रमीज़ नेमत खान -गंभीर आरोप लगाए हैं।
अब सबकी निगाहें एक सवाल पर टिकी हैं-
आखिर कौन हैं रमीज नेमत और यूपी के ताकतवर नेता से क्या है उनका रिश्ता?
कौन हैं रमीज़ नेमत? जानिए पूरा बैकग्राउंड
रोहिणी आचार्य द्वारा सीधे तौर पर आरोपों में नाम लेने के बाद रमीज नेमत अचानक सुर्खियों में आ गए हैं।
उनसे जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य इस प्रकार हैं-
1. उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले का निवासी
रमीज मूल रूप से यूपी के बलरामपुर के रहने वाले हैं।
2. बाहुबली पूर्व सांसद रिजवान जहीर के दामाद
ये सबसे बड़ा कनेक्शन है जिसकी चर्चा अब तेजी से हो रही है.
- रिजवान जहीर समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता रहे हैं।
- उन पर कई गंभीर आरोप लगे और वह… हत्या के मामले में जेल मैं बंद हूं.
- रमीज नेमत ने अपनी बेटी की शादी की है।
3. तेजस्वी यादव से पुरानी दोस्ती- क्रिकेट के दिनों से
रमीज की तेजस्वी से जान-पहचान तब हुई जब तेजस्वी क्रिकेट खेला करते थे.
धीरे-धीरे यह दोस्ती राजनीतिक नजदीकियों में बदल गई।
4. 2016 में राजद में शामिल हुए
रमीज नेमत साल 2016 में आधिकारिक तौर पर राजद में शामिल हो गए।
5. पिछले दो साल से तेजस्वी की कोर टीम में शामिल
वो तेजस्वी यादव का इनर-सर्कल टीम यानी वह रणनीतिक कोर ग्रुप का हिस्सा रहे हैं.
आपराधिक मामलों का इतिहास है, जेल भी जा चुका है
रमीज नेमत का नाम कई आपराधिक मामलों में सामने आ चुका है.
- वह लंबे समय तक जेल में रहे.
- इसी साल उन्हें जमानत मिल गई.
उनका यही बैकग्राउंड उन्हें विवादों के घेरे में ले आता है.
रोहिणी आचार्य का आरोप- ‘मुझे घर से निकाल दिया गया’
राजद प्रमुख लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य रविवार को अपनी एक्स पोस्ट में किया बड़ा दावा-
➡ ”तेजस्वी, संजय यादव और रमीज ने मुझे घर से बाहर निकलवा दिया।”
➡ “मेरे बारे में कहा गया कि मैंने ‘गंदी किडनी’ दे दी।”
➡ ”मेरे खिलाफ टिकट दिलाने और करोड़ों रुपये देने जैसे दावे किये गये।”
अपने पिता को किडनी दान कर नई जिंदगी देने वाली रोहिणी अपने ऊपर किए जा रहे ऐसे विवादित दावों से काफी आहत थीं।
वह कहता है-
“मैंने अपने पिता को बचाने के लिए अपना घर, अपने बच्चे, सब कुछ छोड़ दिया।
और बदले में मुझे अपमान, गालियाँ और घर से बाहर निकाले जाने का दर्द मिला।”
इन आरोपों ने राजनीतिक हलकों में रमीज नेमत की भूमिका और प्रभाव को लेकर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.
लालू परिवार में कलह- रमीज और संजय की क्या भूमिका?
तेजस्वी यादव के दो सबसे भरोसेमंद सहयोगी माने जाते हैं-
- संजय यादव (राज्यसभा सांसद)
- रमीज़ नेमत
इन दोनों पर तेजस्वी के अत्यधिक भरोसे को लेकर राजद के अंदर लंबे समय से असंतोष पनप रहा था.
रोहिणी का आरोप है कि-
- दोनों परिवार और पार्टी में नकारात्मक माहौल बना रहे थे.
- वे आंतरिक राजनीति और निर्णयों में हस्तक्षेप कर रहे थे
- हार के बाद सारा दोष तेजस्वी से बचाकर दूसरों पर मढ़ा जा रहा है.
इन आरोपों से राजद की अंदरूनी राजनीति में बड़ा भूचाल आ गया है.
राजद की हार और रमीज-संजय पर बढ़ते सवाल
2025 के चुनाव में राजद 25 सीटों पर सिमट गयी.
हार की वजह के तौर पर कई कारण बताए जा रहे हैं-
- गलत उम्मीदवार चयन
- ख़राब संगठनात्मक प्रबंधन
- सामाजिक और जमीन पर पकड़ कमजोर
- रणनीति में बड़ी चूक
संजय यादव और रमीज नेमत की भूमिका पर पहले से ही कई नेता और कार्यकर्ता सवाल उठाते रहे हैं.
- उन्होंने तेजस्वी के फैसलों में ‘अत्यधिक हस्तक्षेप’ का आरोप लगाया
- उम्मीदवारों के चयन पर प्रभाव
- राजद के प्रचार-प्रसार और रणनीति पर नियंत्रक जैसा रवैया
- पारिवारिक विवादों में हस्तक्षेप
- रोहिणी और तेजस्वी के बीच मतभेद बढ़ने का आरोप
रोहिणी का कथन है कि-
”तेजस्वी इन दोनों लोगों की बातों से प्रभावित हो गये.”
इससे यह विवाद और भी गहरा हो गया है.
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