भागलपुर 1 नवंबर 2025: चुनाव के बाद मोकामा में हिंसा और प्रत्याशी समर्थक की हत्या बिहार प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है. पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निगरानी बढ़ा दी गयी है. इस क्रम में भागलपुर के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी शनिवार को जिले के आला पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ… विशेष समीक्षा बैठक का।
बैठक में एसएसपी, एसपी, एसडीपीअो समेत सभी अनुमंडल व थाना स्तर के पदाधिकारी उपस्थित रहें। चुनाव के दौरान डी.एम शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं भयमुक्त मतदान इसे सुनिश्चित करने के लिए कई सख्त निर्देश दिये.
डीएम ने कहा कि जिले में अब तक करीब 10 हजार लोगों से बांड भरवाया गया हैजबकि 150 से अधिक लोगों पर सीसीए (क्राइम कंट्रोल एक्ट)। के तहत कार्यवाही की गई है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाया जा रहा है.
डॉ. चौधरी ने कहा-
“चुनाव प्रचार के दौरान किसी भी स्थिति में दो उम्मीदवारों के जुलूस या रैलियां एक ही रास्ते से नहीं गुजरेंगी। प्रशासन इसे सख्ती से लागू करेगा, ताकि कोई टकराव की स्थिति पैदा न हो।”
उन्होंने बताया कि इंटेलिजेंस विंग को पूरी तरह सक्रिय कर दिया गया हैताकि संवेदनशील इलाकों की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा सके. साथ ही सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट रहने और नियमित गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया गया है.
डीएम ने जनता से भी अपील की है कि यदि किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि या गड़बड़ी की आशंका हैतो तुरंत प्रशासन को सूचित करें. उन्होंने कहा कि –
“भयमुक्त और निष्पक्ष मतदान कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए प्रशासनिक और सुरक्षा स्तर पर पूरी तैयारी कर ली गई है।”
सूत्रों के अनुसार, भागलपुर जिले के कई लोग संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान कर वहां अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है किया जा रहा है. वहीं, चुनाव आयोग ने जिला अधिकारियों को कड़ी निगरानी और रिपोर्टिंग के निर्देश भी दिए हैं.
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