बक्सर
एक बिहार के बक्सर जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आ गया है.
बस एक ठो मोबाइल फोन की जिद पूरे परिवार की जिंदगी तबाह कर दी.
नया भोजपुर थाना क्षेत्र की एक विवाहिता जब उसे मोबाइल फोन नहीं मिला तो उसने अपने तीन बच्चों के साथ जहर खा लिया.
इस दुखद दुर्घटना में माँ और दो बच्चों की मृत्यु हुआ, जबकि तीसरा बच्चा जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है.
🔹 मोबाइल नहीं मिलने पर कीटनाशक खा लिया
घटना नया भोजपुर गांव की है.
यहाँ के निवासी सुनील कुमारजो राजमिस्त्री का काम करता है, उसकी पत्नी सविता देवी (30 वर्ष) मंगलवार दोपहर को घर में रखा कीटनाशक पी लिया।।
इतना ही नहीं, वह तीन बच्चों को भी यही जहर दिया गया.
जब परिवार के लोगों ने घर पर यह नजारा देखा तो सभी हैरान रह गए।
सभी को तुरंत डुमराँव अनुमण्डल अस्पताल जहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे ले जाया गया। सदर अस्पताल,बक्सर निर्दिष्ट।
🔹 इलाज के दौरान मां और दो बच्चों की मौत हो गई
सदर अस्पताल,बक्सर में इलाज के दौरान
- सविता देवी,
- उनका 5 साल की बेटी ज्योति,
- और 3 साल का बेटा आकाश
का मृत्यु हुई.
वहीं 12 महीने का बेटा विकास उनकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है.
डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए कहा पीएमसीएच,पटना रेफर कर दिया है।
🔹 पति ने बताया- ‘फोन नहीं दिया तो उठाया खौफनाक कदम’
मृतिका का पति सुनील कुमार बताया कि सविता कुछ दिनों से लगातार है। मोबाइल फोन की मांग कर रही थी।
मंगलवार को जब उसने फोन नहीं उठाया
ये बात सविता ने कही उठाया खौफनाक कदम.
सुनील ने ये भी बताया
“मेरी तीन शादियाँ हो चुकी हैं, दो पत्नियाँ पहले ही मर चुकी हैं।
सविता मेरी तीसरी पत्नी थी और आज मेरी बेटी ज्योति भी चली गयी।”
इस बयान से पूरा गांव स्तब्ध रह गया। स्तब्ध.
🔹 डॉक्टर ने कहा- सभी ने कीटनाशक खाया था
डॉ.सरस्वती चंद्र मिश्र, चिकित्सक, सदर अस्पताल ने बताया कि
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है
सभी द्वारा कीटनाशक खा लिया था.
“12 महीने के बच्चे की हालत अभी भी बहुत गंभीर है।
हमने उसे तुरंत पीएमसीएच, पटना रेफर कर दिया है।”
— डॉ. मिश्र ने कहा.
🔹 घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस पहुंची
घटना की जानकारी मिलते ही नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह
सदलबल सदर अस्पताल पहुंचे और पूरे मामले की जांच शुरू कर दिया।
पुलिस तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि यह मामला
घरेलू विवाद और भावनात्मक तनाव से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है,
हालांकि हर एंगल से जांच की जा रही है.
🔹 गांव में छाया मातम, लोग बोले- ‘मोबाइल ने सबकुछ छीन लिया’
नया भोजपुर गांव में मौन और शोक यह फैला हुआ है.
घटना के बाद पूरा इलाका दुःख और खामोशी है।
लोग कहते हैं
“एक मोबाइल फोन के लिए तीन लोगों की जान चली गई।
अब यह परिवार कभी भी पहले जैसा नहीं रहेगा।”
संदेश: डिजिटल युग में भावनाओं पर नियंत्रण महत्वपूर्ण है।
ये घटना एक बार फिर समाज को झकझोर देने वाली चेतावनी वह देता है
तकनीकी चीजों की चाहत कभी भी जिंदगी से बड़ी नहीं हो सकती.
पारिवारिक संचार और मानसिक समर्थन का अभाव
कई बार त्रासदी का कारण बन जाता है.
📍रिपोर्ट:बक्सर ब्यूरो | संपादन: कुमार आदित्य
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