बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान संपन्न होने के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है. वोटिंग प्रतिशत को लेकर कई नेताओं ने अपनी राय रखी. वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी और एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष (रामविलास) चिराग पासवान उन्होंने पहले चरण के मतदान पर बयान देते हुए इसे अपने-अपने नजरिए से अहम भी बताया.
मुकेश सहनी का बयान- ‘वोटिंग बिल्कुल पुराने पैटर्न पर’
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि पहले चरण का मतदान बिल्कुल होगा पुराने पैटर्न के अनुरूप रहा है.
उन्होंने दावा किया कि ग्रामीण इलाकों में मतदान उत्साहवर्धक रहा और जनता ने लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए बड़े पैमाने पर हिस्सा लिया.
साहनी ने कहा:
“हर बार की तरह इस बार भी बिहार की जनता जिम्मेदारी से मतदान कर रही है. मतदान का प्रतिशत बिल्कुल पिछले चुनाव के रुझान के अनुरूप है. दूसरे चरण में और भी बेहतर भागीदारी देखने को मिलेगी.”
चिराग पासवान का दावा- ‘एनडीए के प्रति बढ़ रहा है जनता का रुझान’
एलजेपी (रामविलास) नेता चिराग पासवान ने कहा कि पहले चरण का मतदान साफ संकेत दे रहा है कि जनता एनडीए के पक्ष झुकाव दिखा रहा है.
उसने कहा:
“लोग विकास, सुशासन और स्थिर सरकार चाहते हैं। पहले चरण के मतदान से यह स्पष्ट हो गया है कि बिहार के लोगों को एनडीए की नीतियों पर भरोसा है।”
चिराग ने यह भी दावा किया कि उनकी पार्टी सभी सीटों पर मजबूती से लड़ रही है और आने वाले चरणों में यह रुझान और बढ़ेगा.
राजनीतिक माहौल में बढ़ोतरी
पहले चरण में भारी मतदान के बाद:
- एनडीए इसे विकास और सुशासन पर जनता की मुहर बताया
- महागंठबंधन इसे बदलाव का संकेत मान रहे हैं
- वहीं कुछ इलाकों में जातीय समीकरण से इतर वोटिंग को लेकर भी चर्चा जोरों पर है.
अब सभी पार्टियां दूसरे चरण के लिए अपनी-अपनी रणनीति तैयार कर रही हैं.
अब नजरें दूसरे चरण और 14 नवंबर को होने वाली मतगणना पर हैं
पहले चरण के मतदान के बाद अब पूरा बिहार 14 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान और आने वाले नतीजों पर निर्भर है.
कौन सा गठबंधन जनता का विश्वास जीत पाएगा इसका जवाब ईवीएम खुलने के बाद ही पता चलेगा.
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