एनडीए प्रत्याशी रोहित पांडे का नामांकन रद्द करने की भी मांग की गयी.
भागलपुर. चुनावी मौसम अपने चरम पर है और राजनीतिक हमले भी तेज हो रहे हैं. भागलपुर के कचहरी चौक स्थित एक होटल में कांग्रेस की विशेष प्रेस वार्ता हुई, जिसकी अध्यक्षता जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इंजीनियर परवेज जमाल ने की.
मुख्य अतिथि कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता और सोशल मीडिया चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए सरकार पर सीधे, कड़े और विस्तृत सवाल उठाए.
“मोदी जी को हिसाब देना चाहिए, लेकिन वो सिर्फ आरोपों का पुलिंदा लेकर मंच पर आते हैं”- सुप्रिया श्रीनेत
सुप्रिया ने कहा कि प्रधानमंत्री भागलपुर और अररिया आ रहे हैं, इसलिए जनता के सामने यह सवाल रखना जरूरी है कि पिछले 10 साल में किये गये वादों का क्या हुआ?
उन्होंने 1 से 20 तक मोदी सरकार पर कहा 20 बड़े ‘झूठ और असफलताएं’ सूची पढ़ें और कहा कि बिहार को लगातार धोखा दिया गया है.
1. विक्रमशिला विश्वविद्यालय – “सपना या धोखा?” के 10 साल
2015 में गांधी मैदान से एक घोषणा हुई थी-
विक्रमशिला विश्वविद्यालय 500 एकड़ में 500 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा.
“10 साल में एक ईंट भी नहीं लगी – क्या यह भी मोदी जी के 1.25 लाख करोड़ रुपये के पैकेज में उड़ गया?” सुप्रिया ने पूछा.
2. मोतिहारी चीनी मिल- 11 साल पुराना झूठ
मोदी ने कहा था- “अगली बार आऊंगा तो इसी मिल की चीनी वाली चाय पिऊंगा।”
“11 साल हो गए, मिल नहीं खुली और चाय नहीं बनी।”
3. दरभंगा एम्स- 5 साल बाद भी सिर्फ कागज पर?
2020 में उद्घाटन, ₹1264 करोड़ की घोषणा,
लेकिन “न भवन, न अस्पताल” — सुप्रिया के शब्दों में, यह भी “मोदी मॉडल का एक और धोखा है।”
4. सीमांचल में गरीबी पर नीति आयोग की रिपोर्ट चुप क्यों है?
अररिया – 52%
पूर्णिया – 50%
किशनगंज-कटिहार – 45%
अभी भी बहुआयामी गरीबी में हूं.
सुप्रिया ने कहा-“अगर एनडीए ने बिहार को 20 साल तक चलाया है, तो सीमांचल अब भी इतना गरीब क्यों है?”
उन्होंने बताया कि सीमांचल के 4 जिलों में-
- 73% घरों में नल/हैंडपंप नहीं
- 33% परिवार खुले में शौच करते हैं
- 65% लकड़ी का भोजन
- 84% परिवारों के पास 3 से कम संपत्तियां हैं
- 40% भूमिहीन कृषि निर्भरता
“मोदी जी यहां विकास का गाना गाते हैं, लेकिन ज़मीन पर गरीबी का रोना सुनाई देता है।”
सुप्रिया श्रीनेत ने 20 प्वाइंट में एनडीए सरकार को घेरा:
भर्ती-परीक्षा घोटाले, पेपर लीक, किसानों की आय आधी, मनरेगा में भ्रष्टाचार, जिला अस्पतालों में 60% स्टाफ की कमी, गंगा प्रदूषण, अवैध शराब से मौतें, प्राथमिक शिक्षा में भारी गिरावट, युवा बेरोजगार, 3 करोड़ से ज्यादा लोग दूसरे राज्यों में मजदूरी कर रहे, 70 हजार करोड़ का CAG घोटाला…
और भी कई गंभीर आरोप लगाए गए.
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी और नगर निगमों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है.
इसके साथ ही भागलपुर विधानसभा से एनडीए प्रत्याशी रोहित पांडे का नामांकन रद्द साथ ही ऐसा करने की मांग भी रखी.
सुप्रिया के मुताबिक-
“रोहित पांडे कभी कहते हैं कि उन्होंने 2012 में स्नातक किया है तो कभी 2014 में। गलत शपथ पत्र देने के कारण उनका नामांकन रद्द किया जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि बिहार में बदलाव की जरूरत है.
युवाओं, महिलाओं, किसानों और मजदूरों के लिए उम्मीद की राजनीति सिर्फ महागठबंधन ही ला सकता है.
कार्यक्रम का संचालन कांग्रेस मीडिया प्रभारी निखिल कुमार ने किया.
मौके पर डॉ प्रवीण झा, विपीन बिहारी यादव, अजय भारती समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे.
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