पटना: बिहार में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है. विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राज्य में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच गई है. सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री… नीतीश कुमार अगले सप्ताह राज्यपाल से मुलाकात होगी औपचारिक इस्तीफा सौंप सकते हैं. इस कदम को मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को खत्म होने से पहले सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.
इस्तीफे के तुरंत बाद एनडीए विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें यह लगभग तय है कि नीतीश कुमार को एक बार फिर गठबंधन का नेता चुना जाएगा. यदि ऐसा होता है तो वे 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बनाया जाएगा- जो प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर माना जाएगा।
नई सरकार बनाने की प्रक्रिया तेज, 22 नवंबर की डेडलाइन अहम
वर्तमान 17वीं बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 पर समाप्त हो रहा है.
पहले:
- 18वीं विधानसभा की अधिसूचना
- शपथ ग्रहण
- मुख्यमंत्री का चयन
- मंत्रिमंडल गठन
—इन सभी प्रक्रियाओं को पूरा करना जरूरी है।
इस समय सीमा को ध्यान में रखते हुए एनडीए और जेडीयू ने अपनी राजनीतिक गतिविधियां तेजी से बढ़ा दी हैं. पटना और दिल्ली दोनों जगहों पर बैठकें चल रही हैं और सत्ता गठन का खाका लगभग तैयार हो चुका है.
दिल्ली से लेकर पटना तक तेज हलचल- वरिष्ठ नेताओं की बैक-टू-बैक मीटिंग.
सूत्रों के मुताबिक, जेडीयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह और संजय कुमार झा फिलहाल वह दिल्ली में हैं, जहां वह एनडीए के शीर्ष नेतृत्व के साथ कैबिनेट के स्वरूप और शपथ ग्रहण की संभावित तारीख पर चर्चा कर रहे हैं.
शनिवार की रात उनके केंद्रीय मंत्री मो धर्मेन्द्र प्रधान के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक निर्धारित है.
वहीं पटना में:
- चिराग पासवान
- नित्यानंद राय
जैसे एनडीए के प्रमुख नेता भी रणनीतिक बैठकें कर रहे हैं. ये बैठकें नई सरकार के गठन, कैबिनेट में हिस्सेदारी और राजनीतिक एजेंडा तय करने पर केंद्रित हैं.
अगले हफ्ते राज्यपाल से मिलेंगे नीतीश कुमार, इस्तीफे और आगे की प्रक्रिया पर होगी चर्चा
राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में नीतीश कुमार राज्यपाल बन जायेंगे. आरिफ मोहम्मद खान मिलेंगे और अपने इस्तीफे की घोषणा करेंगे.
यह बैठक नई सरकार के शपथ ग्रहण की औपचारिक तारीख तय करने में अहम भूमिका निभाएगी.
शपथ ग्रहण में पीएम मोदी शामिल होंगे, तारीख उनके कार्यक्रम पर निर्भर करेगी.
एनडीए खेमे के उच्चस्तरीय सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई सरकार के शपथ ग्रहण में शामिल होने की इच्छा जताई है.
इस कारण शपथ ग्रहण की तारीख पीएम मोदी के कार्यक्रम को ध्यान में रखकर तय की जाएगी.
संभावित तिथियां:
- 18 नवंबर
- 19 नवंबर
- 20 नवंबर
इनमें से किसी एक दिन पटना के गांधी मैदान में भव्य समारोह आयोजित होने की उम्मीद है.
एनडीए में सहमति: नीतीश होंगे नेता, 10वीं बार लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ
नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद एनडीए के सभी दल अपने-अपने विधायक दल की बैठक करेंगे.
इन बैठकों में:
- विधायक दल का नेता चुना जाएगा
- समर्थन पत्र तैयार होंगे
- राज्यपाल को सौंपा जायेगा
यह लगभग तय है कि एक बार फिर एनडीए की जीत होगी नीतीश कुमार उन्हें नेता चुनेंगे.
अगर सब कुछ तय प्रक्रिया के तहत हुआ तो नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री बनकर एक नया राजनीतिक रिकॉर्ड बनाएंगे.
कैबिनेट गठन और मंत्रालयों के बंटवारे पर भी बातचीत तेज होगी.
नई सरकार के गठन के साथ:
- किस पार्टी को कौन सा मंत्रालय मिलेगा
- कितने उपमुख्यमंत्री होंगे?
- जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी (रामविलास) को कितनी हिस्सेदारी मिलेगी?
- नई सरकार की नीतिगत प्राथमिकताएं क्या होंगी?
—अगले सप्ताह इन सभी विषयों पर विस्तृत चर्चा होगी।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक आने वाले दिनों में बिहार का उत्थान होगा राजनीतिक अशांति वह संकट के दौर से गुजरने जा रही है, जहां हर कदम सत्ता और गठबंधन की ताकत तय करेगा.
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