पटना के एक छोटे से होटल में कम नमक वाले ठंडे चावल और दाल परोसे जाने पर जमकर हंगामा हुआ. मामूली विवाद इतना बढ़ गया कि ग्राहक ने होटल संचालक पर हमला कर उसका सिर फोड़ दिया. घायल शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
घटना के बाद पुलिस हरकत में है
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल परिचालक का बयान दर्ज किया। पुलिस ने कहा कि आरोपी खुद को “वीआईपी से जुड़ा” व्यक्ति होने का दावा करके भाग गया। सीसीटीवी फुटेज की मदद से उसकी पहचान की जा रही है और पुलिस ने दावा किया है कि उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
स्थानीय व्यापारियों का गुस्सा
घटना के बाद स्थानीय होटल संचालकों और दुकानदारों में आक्रोश है. उनका कहना है कि छोटी-छोटी बातों पर हिंसा की यह घटना बेहद चिंताजनक है.
होटल एसोसिएशन के एक प्रतिनिधि ने कहा,
“आज सिर टूटा है, कल जान भी जा सकती है. अगर पुलिस सख्त कार्रवाई नहीं करेगी तो आपराधिक तत्व भय फैलाना शुरू कर देंगे. किसी पर सिर्फ इसलिए हमला कर देना क्योंकि उन्हें खाना पसंद नहीं आया, पूरी तरह से निंदनीय है.”
सोशल मीडिया पर तीखी बहस
यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है. लोग इसे ‘अहंकार और गुंडागर्दी’ से जोड़ रहे हैं और सवाल उठा रहे हैं कि क्या किसी वीआईपी से जुड़ना कानून से ऊपर होने का लाइसेंस है?
कई यूजर्स ने खराब खाने पर अपने गुस्से को जायज ठहराया, लेकिन हिंसा को पूरी तरह गलत बताया.
आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रयास (307), गाली-गलौज (504), धमकी (506) और मारपीट (323) जैसे गंभीर आरोप दर्ज किए जाएंगे. थाना प्रभारी ने साफ कहा,
“कानून सबके लिए समान है। चाहे कोई कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो – इस तरह की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
बढ़ती असहिष्णुता पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर समाज में बढ़ती गुस्से की प्रवृत्ति पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ठंडा खाना या कम नमक शिकायत का विषय हो सकता है, लेकिन हिंसा इसका समाधान नहीं है। अब देखना यह है कि पुलिस कितनी जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार करती है और पीड़िता को न्याय दिलाती है.
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