पटना: छठ पर्व को लेकर राजधानी पटना पूरी तरह तैयार है. गंगा घाटों से लेकर तालाबों तक शनिवार की देर रात तक तैयारियां चलती रहीं। दीघा, समाहरणालय, गांधी घाट जिसमें शहर के सभी प्रमुख घाटों पर भी शामिल है नगर निगम, जिला प्रशासन और स्थानीय समितियाँ व्यवस्थाओं में तत्परता से जुटे रहे।
शाम होते ही घाटों पर रोशनी होते ही पूरा पटना जल उठा।छटमय‘दिखाई पड़ने लगा। इस बार प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और साफ-सफाई के लिए विशेष इंतजाम किये हैं.
दीघा के घाट बने आकर्षण का केंद्र
दीघा क्षेत्र के सभी प्रमुख घाट – शिव घाट, दीघा पतिपुल घाट और मीनार घाट -पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है।
यहाँ निगरानी टावर और प्रकाश टॉवर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और निगरानी सुनिश्चित करने के लिए लगाए गए हैं। इन घाटों की सबसे बड़ी खासियत यही है मुख्य सड़क से इनकी दूरी महज 50 से 150 मीटर है. जिससे छठव्रतियों को ज्यादा पैदल नहीं चलना पड़ेगा.
लगभग जेपी सेतु के पूर्वी छोर पर दो हजार वाहनों की पार्किंग व्यवस्था कर दी गई। पुल के नीचे पिलर नंबर 1 और 2 के बीच के क्षेत्र को पार्किंग स्थल बनाया गया है। साथ ही फिसलन और दलदल को रोकने के लिए घाटों पर रेत डाली जा रही है.
पाटलिपुत्र क्षेत्र में 33 घाट तैयार
पाटलिपुत्र क्षेत्र में कुल 33 घाटों की तैयारी पूरा हो गया है। इसमे शामिल है – नेहरू नगर के शिव मंदिर घाट, शेखपुरा दुर्गा आश्रम, एक्साइज कॉलोनी, बैंक कॉलोनी मंदिर पार्क, एएन कॉलोनी रोड नंबर 24 और 14, ओम कुटीर शिवपुरी, विजय राघव मंदिर (केशरी नगर), सीडीए कॉलोनी पार्क, राजवंशी नगर बोर्ड कॉलोनी, पुनाईचक पार्क, पंचमुखी हनुमान मंदिर, बिंदेश्वरी नगर पॉलिटेक्निक मोड़ और पी एंड टी कॉलोनी पार्क।।
नगर निगम के मुताबिक इन सभी घाटों पर प्रकाश, पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा एवं महिला सुरक्षा बल तैनात किया जा रहा है.
हर घाट पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात
पटना जिला प्रशासन छठ पर्व को लेकर विशेष निगरानी योजना बनायी है. हर घाट पर दंडाधिकारी एवं पुलिस बल तैनात किया जाएगा.
भीड़ नियंत्रण के लिए अस्थायी बैरिकेड्स जबकि किया जा रहा है जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें गंगा घाटों पर मौजूद रहेंगे.
बाजारों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी
शनिवार शाम से ही छठ के सामानों की खरीदारी के लिए पटना के बाजारों में भारी भीड़ उमड़ पड़ी.सूप, दउरा, नारियल, ठेकुआ और केला मांग बढ़ गई है. गंगा घाटों की ओर जाने वाली सड़कों पर रंग-बिरंगी झालरें और सजावटी रोशनियाँ पूरा माहौल अस्त-व्यस्त हो गया है.
“आस्था, स्वच्छता और सुरक्षा” – यही प्रशासन का लक्ष्य है
प्रशासन का कहना है कि इस बार छठ पर्व पर तीन प्राथमिकताएं तय की गई हैं- सम्मान, स्वच्छता और सुरक्षा.
रविवार सुबह से ही श्रद्धालु जहां गंगा और तालाबों की ओर निकल पड़ेंगे डूबते सूर्य को पहली प्रार्थना प्रस्तावित किए जाएंगे।

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