भागलपुर/रंगरा: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह फर्जी पीए (पर्सनल असिस्टेंट) बनकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। रंगरा थाना पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो खुद को गृह मंत्री का पीए बताकर लोगों को फोन कर पैसे की मांग करते थे. इन शातिर ठगों को पकड़ने में भागलपुर सांसद अजय कुमार मंडल सतर्कता और तत्काल कार्रवाई महत्वपूर्ण साबित हुई।
ठगों ने सांसद को लगातार फोन कर पैसे मांगे
जानकारी के मुताबिक, सांसद अजय मंडल को पिछले एक हफ्ते से उनके मोबाइल नंबर पर कॉल आ रही थी. फोन करने वाले ने खुद को गृह मंत्री अमित शाह का निजी सहायक बताया और पैसे भेजने का दबाव बनाया करता था।
ठग बार-बार सांसद के मोबाइल नंबर पर कॉल कर ‘जरूरी सरकारी काम’ के नाम पर पैसे की मांग कर रहा था। सांसद ने पहले तो कॉल को नजरअंदाज कर दिया, लेकिन लगातार दबाव के बाद उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से करने का फैसला किया.
सांसद ने जाल बिछाने का सुझाव दिया, ठग ने पेट्रोल पंप पर बुलाया
शनिवार, 15 नवंबर 2025शाम के आसपास 5 बजे ठग ने दोबारा फोन कर पैसे की मांग की। इसी बीच सांसद अजय मंडल ने तुरंत मो रंगरा थाना संपर्क किया गया.
पुलिस और मप्र की संयुक्त योजना के तहत गिरफ्तार हुआ ठग नवगदिश्या में स्थित हिमच पेट्रोल पंप लेकिन पैसे लेने के लिए बुलाया गया था. जैसे ही दोनों आरोपी वहां पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें मौके पर ही पकड़ लिया.
दो आरोपी गिरफ्तार, दोनों यूपी के रहने वाले
गिरफ्तार ठगों की पहचान-
- राजकुमार पांडे
- रवि पांडे
दोनों उत्तर प्रदेश का निवासी बताया जा रहा है.
पुलिस के मुताबिक ये दोनों मिलकर अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों और प्रभावशाली लोगों को निशाना बनाकर धोखाधड़ी करते थे. उनकी सामान्य रणनीति फोन पर बड़े नेताओं का हवाला देकर पैसे ऐंठने की कोशिश करना थी।
सांसद ने थानाध्यक्ष को लिखित आवेदन दिया
गिरफ्तारी के बाद सांसद अजय मंडल ने रंगरा थाना प्रभारी को एक लिखित आवेदन भी दिया है, जिसमें उन्होंने पूरी घटना बताई है. आवेदन में उन्होंने कहा कि ठग खुद को गृह मंत्री अमित शाह का फर्जी पीए बताकर पैसे की मांग कर रहा था और कई दिनों से उन्हें परेशान कर रहा था.
सांसद ने पुलिस को बताया सख्त कार्रवाई और विस्तृत जांच मांग की है.
पुलिस ने कहा- दलालों और साइबर ठगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की शुरुआत
रंगरा थाना प्रभारी ने बताया कि सांसद की सतर्कता से एक बड़ा फर्जीवाड़ा गिरोह पकड़ा गया है. दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि उन्होंने इस तरह से और किन लोगों को निशाना बनाया है.
पुलिस अब उनके मोबाइल फोन, कॉल रिकॉर्ड और बैंक लेनदेन की जांच कर रही है।
स्थानीय लोगों में चर्चा, सांसद की तत्परता की सराहना
घटना के बाद इलाके में चर्चा है कि अगर सांसद ने समय रहते पुलिस को सूचना नहीं दी होती तो ठग किसी और को शिकार बना सकते थे. स्थानीय लोगों ने पुलिस और सांसद की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है.
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