गढ़वा से नित्यानंद दुबे की रिपोर्ट
गढ़वा. सदर अनुमंडल दंडाधिकारी (एसडीएम) संजय कुमार ने आज मझिआंव प्रखंड के रामपुर क्षेत्र में अवैध शराब निर्माण के खिलाफ औचक छापेमारी की.
इस कार्रवाई में मौके पर मिली जलती भट्ठी को ध्वस्त कर दिया गया और झाड़ियों में छिपाकर रखे गये करीब 11 क्विंटल जावा महुआ (अर्द्धनिर्मित शराब) को नष्ट कर दिया गया.
बार-बार शिकायत मिलने पर कार्रवाई : एसडीएम संजय कुमार ने बताया कि करीब दो माह पहले भी इसी इलाके में बड़ी कार्रवाई की गयी थी और उत्पाद विभाग को भी लगातार छापेमारी करने का निर्देश दिया गया था. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। कुछ देर तक निर्माण रुका रहा, लेकिन हाल के दिनों में दोबारा अवैध शराब निर्माण की शिकायत मिलने के बाद आज फिर यह कार्रवाई की गयी.
छापेमारी के दौरान अवैध शराब तैयार करने के लिए जलती हुई भट्टी मिली, जिसे एसडीएम ने अपने सुरक्षा कर्मियों की मदद से तुरंत ध्वस्त कर दिया. बाद में सघन जांच के दौरान तीन अलग-अलग इलाकों में ड्रम में रखे भारी मात्रा में जावा महुआ (लगभग 11 क्विंटल) और शराब बनाने में प्रयुक्त सामग्री व उपकरण को भी नष्ट कर दिया गया.
तीन संदिग्धों को आदतन अपराधी घोषित: छापेमारी की भनक लगते ही अवैध कारोबारी मौके से भाग निकले। हालांकि स्थानीय ग्रामीणों की सूचना पर तीन संदिग्ध लोगों की पहचान की गयी है. खुलासा हुआ है कि इस अवैध निर्माण कार्य में प्रकाश पासवान, रामजीवन पासवान और अखिलेश पासवान शामिल हैं.
चूँकि उन पर पहले भी दो बार छापेमारी हो चुकी है, फिर भी उनकी संलिप्तता बरकरार है, इसलिए एसडीएम ने उन्हें आदतन अपराधी घोषित कर दिया है और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 129 के तहत गिरफ्तारी की कार्यवाही शुरू कर दी है।
एसडीएम की चेतावनी: एसडीएम संजय कुमार ने सख्त लहजे में कहा कि गांवों में चल रहे ये अवैध शराब के अड्डे न सिर्फ कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती हैं, बल्कि ये परिवारों के विघटन और घरेलू अपराधों की जड़ भी बन रहे हैं.
अनुमंडल क्षेत्र में अवैध शराब निर्माण किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। ऐसी अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में भी ऐसे अभियान जारी रहेंगे।
उन्होंने उत्पाद विभाग और स्थानीय पुलिस स्टेशनों को भी सतर्क रहने और इस दिशा में कार्रवाई जारी रखने का निर्देश दिया है.



