लातेहार. सोमवार को सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में 552वीं खुशी कक्षा और सीएम एक्सीलेंस प्लस टू में 553वीं खुशी कक्षा संपन्न हुई.
लाइफ केयर हॉस्पिटल रांची एवं खुशी क्लास के तत्वावधान में सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित खुशी क्लास की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष अधिवक्ता सह सामाजिक कार्यकर्ता राजीव रंजन पांडे एवं संचालन प्राचार्य उत्तम मुखर्जी ने किया. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। अध्यक्षता सीएम एक्सिलेंस नागेंद्र पांडे ने की.
कार्यक्रम के पूर्व अतिथियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। हैप्पीनेस क्लास को संबोधित करते हुए विद्या मंदिर के राजीव रंजन ने कहा कि खुशी और खुशी के बीच के अंतर को समझना होगा. भौतिक संसाधनों से सुख तो मिलेगा, लेकिन जरूरी नहीं कि इससे भी सुख मिले। ख़ुशी आपके आंतरिक स्व की अभिव्यक्ति है।
जब आप खुद को पहचानते हैं और खुले दिल से सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते हैं तो खुशियां अपने आप आपके पास आती हैं। प्राचार्य उत्तम मुखर्जी ने कहा कि जब आप अपने आप को प्रकृति से जोड़ लेते हैं तो आपके अंदर जो कुछ है वही काफी है; की भावना आती है. दूसरों की चकाचौंध आप पर असर नहीं करती.
यहीं से आपके भीतर खुशी का झरना फूटना शुरू हो जाता है। ख़ुशी क्लास का प्रयास सचमुच अनोखा है। मैंने अपने जीवन में इतना हृदयस्पर्शी कार्यक्रम कभी नहीं देखा। ख़ुशी क्लास बच्चों में जबरदस्त ऊर्जा भर देती है। खुशी क्लास के संस्थापक एवं निदेशक मुकेश सिंह चौहान ने कहा कि तनाव में रहकर हम कभी भी अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच सकते।
तनाव जीवन को बोझिल बना देता है और आत्महत्या की ओर ले जाता है। हम खुश रहकर ही इससे लड़ सकते हैं।’ वर्तमान में समाज में आत्महत्या दर 8.97 प्रतिशत है। आत्महत्या की प्रवृत्ति के साथ-साथ तनाव से लड़ने के लिए ख़ुशी क्लास ख़ुशी रथ के साथ पूरे झारखंड में निकली है। खुद को सकारात्मकता में ढालकर ही हम खुशियां हासिल कर सकते हैं। और यही खुशी हमें तनाव से मुक्ति दिलाती है। अंत में दोनों स्थानों पर छात्र-छात्राओं सहित विद्यालय परिवार ने खुशहाली दूत बनकर तनाव मुक्त जीवन जीने का संकल्प लिया।



